ईओडब्ल्यू की दर्ज एफआईआर के विरोध में काली पट्टी बाँधकर हुआ प्रदर्शन
जबलपुर (जयलोक)। गोरखपुर तहसीलदार भरत सोनी पर दर्ज हुई एफआईआर मामले ने तूल पकड़ लिया है। नामांतरण के एक प्रकरण में तहसीलदार और पटवारी के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने मामला दर्ज किया था। जबकि इसी मामले में कलेक्टर ने तहसीलदार और पटवारी को क्लीन चिट दे दी थी। लेकिन ईओडब्ल्यू द्वारा एफआईआर दर्ज किए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया और आज प्रदेश भर के पटवारी एफआईआर के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसी कड़ी में जबलपुर में तहसीलदार और पटवारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया है। इसके पहले पटवारियों द्वारा सोमवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। लेकिन तहसीलदारों का कहना है कि वे हड़ताल पर नहीं जाएंगे बल्कि काली पट्टी बाँधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। जिसके तहत आज पटवारी और तहसीलदार काली पट्टी बाँधकर प्रदर्शन कर रहे हैं। अब देखना यह है कि अगर इसके बाद भी ईओडब्ल्यू द्वारा एफआईआर वापस नहीं ली गई तो पटवारी और तहसीलदार इस कड़ी में आगे क्या कदम उठाते हैं।
यह है मामला
मामले में प्रेमनगर के रहने वाले भूपेन्द्र सिंह ग्रेवाल 8 जुलाई 2024 ईओडब्ल्यू में शिकायत की थी गोरखपुर तहसीलदार भरत सोनी एवं शिखा तिवारी ने गलत नामांतरण किया है। ईओडब्ल्यू ने लंबी जाँच के बाद तहसीलदार, पटवारी एवं अन्य पर 24 अप्रैल को मामला दर्ज कर लिया। शिकायतकर्ता अधिवक्ता भूपेंद्र सिंह ग्रेवाल का आरोप है कि उनके दिवंगत पिता अमर सिंह की मृत्यु का फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर संपत्ति खसरा नं-87, रकबा 38 सौ वर्गफुट, ग्राम महेशपुर, तहसील गोरखपुर का नामांतरण एक अन्य व्यक्ति हरचंद सिंह के नाम कर दिया गया। राजस्व प्रकरण क्रमांक 265/3-6/ 2024-25 में तहसीलदार ने फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र और विरोधाभासी स्थल निरीक्षण के बावजूद खसरा नं-86/2 का नामांतरण हरचंद सिंह के पक्ष में पारित कर दिया। इसके बाद प्रशासनिक हलकों में हलचल बढ़ गयी और विरोध शुरु हो गया।
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