
सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे ने सर्किल बनाकर दी टीमों को निगरानी की जिम्मेदारी
जबलपुर (जयलोक)। लंबे अरसे बाद जिले में यह नजर आ रहा है कि आबकारी विभाग भी होता है और इनके द्वारा भी शहरी क्षेत्र में सक्रियता से और दबंगता के साथ कार्यवाही की जा सकती है। इसके पूर्व में आबकारी विभाग इतनी सक्रियता कई वर्षों में नजर नहीं आई है। सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे कुछ समय पूर्व ही जबलपुर में पदस्थ हुए हैं। जबलपुर की हालत अवैध शराब के परिवहन और बिक्री के मामले में बहुत खराब है। अब इस दुव्र्यवस्था को सुधारने का कार्य किया जा रहा है जिससे संबंधित आवश्यक प्रयास नजर आ रहे हैं।
सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे ने जय लोक को बताया कि हर सूचना के प्राप्त होने पर कार्यवाही की जा रही है। शहर के हाईवे पर लगे ढाबों और होटल में लगातार अवैध रूप से बिना अनुमति के शराब परोसने की शिकायतें प्राप्त हो रही थीं। इसके बाद योजना बनाकर आबकारी विभाग के निरीक्षक उप निरीक्षक से लेकर सभी कर्मचारियों की ड्यूटी जाँच के काम में लगाई गई है।

सर्किल बनाकर लगाई गई हैं 5 टीमें
सहायक आबकारी आयुक्त ने जिले में ए,बी,सी,डी सर्किल का निर्धारण कर उसके अनुसार पाँच टीमें बनाई हैं। प्रत्येक टीम को अपने-अपने क्षेत्र के निरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है कि उनके क्षेत्र के किसी भी होटल ढाबे या अन्य स्थान पर अवैध रूप से शराब परोसने का काम ना हो।
एक ढाबे संचालक पर एफआईआर दर्ज
विगत दिवस गोहलपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मामे दा ढाबा में अवैध रूप से शराब परोसे जाने की शिकायत प्राप्त होने पर आबकारी विभाग की उप निरीक्षक श्रद्धा पाटकर, महिला आरक्षक श्वेता ठाकुर और ड्राइवर के साथ पेट्रोलिंग के दौरान वहां पहुँची और जाँच प्रारंभ की। छापेमारी के दौरान शिकायत सही पाई गई। इस दौरान ढाबा संचालक मामे सरदार ने कार्यवाही का विरोध किया। संचालक ने मोबाइल से आबकारी विभाग की टीम की वीडियो रिकॉर्डिंग प्रारंभ की और जोर-जोर से चिल्लाकर अपशब्द कहने लगा। हंगामा बढ़ते देख आबकारी टीम बिना कार्यवाही के कार्यालय लौट गई और वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की जानकारी दी जिसके बाद अधिकारियों के निर्देश पर गोहलपुर थाने में ढाबा संचालक के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में मामला दर्ज करवाया गया।

Author: Jai Lok







