
संच्चिदानंद शेकटकर
प्रधान संपादक
विशेष सम्पादकीय
देशभर में धन-धनतेरस के दिन से दीपावली पर्व मनाने की शुरुआत हो चुकी है। दीपावली पर्व के दौरान आने वाला धनतेरस एक ऐसा पर्व है जो देश के छोटे से छोटे लेकर बड़े से बड़े कारोबारी पर धन की वर्षा करता है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि देश के हर छोटे से छोटे आदमी से लेकर बड़े अमीरों द्वारा धनतेरस के दिन किसी न किसी सामान की खरीदी जरूर की जाती है। इसीलिए धनतेरस पर कारोबार के हर क्षेत्र में खरीदी और बिक्री होती है। इस बार यह अनुमान लगाया गया है कि धनतेरस के दिन पूरे देश में करीब 1 लाख करोड़ की धन वर्षा हुई है। इस बार की दीपावली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस दीपावली पर स्वदेशी की चमक छाई हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी टैरिफ के जवाब में देशवासियों को स्वदेशी अपनाने का आव्हान भी किया है। प्रधानमंत्री का यह कहना है कि देशवासियों को विदेश में निर्मित सामानों को नहीं खरीदना चाहिए सिर्फ उन्हीं सामानों की खरीदी की जाना चाहिए जिसके निर्माण में भारतीयों का पसीना बहा हो। बाजारों में दीपावली पर जमकर हुई खरीदी को लेकर यह भी बताया जा रहा है कि इस बार व्यापार में वृद्धि का प्रमुख कारण जीएसटी की दरों में की गई कटौती भी है। देश भर के बाजारों में धनतेरस के दिन बड़े उत्साह का माहौल रहा है। सोने चांदी की खरीदी भी इस बार धनतेरस के दिन जमकर हुई है। पूरे देश में 60 हजार करोड़ से अधिक का कारोबार सोने चांदी का रहा है। सोने चांदी के गहनों सिक्कों और अन्य वस्तुओं की जमकर बिक्री हुई है आम ग्राहकों ने हल्के वजन के गहनों को प्राथमिकता दी। मोबाइल लैपटॉप, टैबलेट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे टीवी, फ्रिज आदि की खरीदी भी जमकर हुई है। वहीं दो पहिया और चार पहिया वाहनों की बिक्री का बाजार भी जमकर फला-फूला। अन्य घरेलू उपयोग में आने वाले सामानों की खरीदी जमकर की गई है वहीं बर्तन और रसोई के सामान और रसोई से जुड़ी अन्य वस्तुओं की भी खूब बिक्री हुई है। पूरे देश में दीपावली के पूजन के लिए लक्ष्मी गणेश जी की मूर्तियां, पूजन सामग्री,मिट्टी के दिये, सजावट के लिए झालरों तथा लाइ बताशे जैसी सामग्री की भी जमकर बिक्री हुई है। बिक्री का सबसे बड़ा बाजार पटाखों का है। देश भर में शहरों से लेकर गांव तक में रहने वाले लोगों ने हर तरह के पटाखों की खरीदी भी की है। पूरे देश में पटाखों का बहुत बड़ा कारोबार हुआ है। वहीं दीपावली पर सूखे मेवे , फल, मिठाइयां वस्त्र आदि की खरीदी भी जमकर हुई है। कुल मिलाकर पूरे देश में दीपावली पर एक लाख करोड़ के कारोबार होने का अनुमान लगाया गया है जो अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में बड़ा मददगार साबित होगा। वहीं इस बार की दीपावली में हर तरफ स्वदेशी का बोलबाला भी जमकर हुआ है। मंत्री, सांसद, विधायक और बड़े-बड़े नेता खुद बाजारों में गए और सडक़ पर बैठे छोटे-छोटे व्यापारियों से सामान की खरीदी की और सोशल मीडिया में अपनी तस्वीरें भी साझा की। दीपावली के पर्व से पूरे देश में स्वदेशी के कारोबार के लिए शुरुआत हुई है वह लगातार जारी रहने का अनुमान किया जा रहा है। पूरे देश भर में यदि पूरी तरह से स्वदेशी को अपना लिया जाता है तो यह देश के लिए बड़ा मददगार साबित होगा। दीपावली के पावन पर्व पर देशवासियों को तथा प्रदेश और नगर वासियों को बहुत-बहुत बधाई और जय लोक के पाठकों, विज्ञापनदाताओं सहयोगियों को भी दीपावली पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

Author: Jai Lok







