जिन किसानों के पास मोबाइल नहीं है उनके लिए अभी कोई व्यवस्था नहीं
अधिक केंद्र खोलकर भू-स्वामियों को दी जा रही राहत
जबलपुर (जय लोक)।
मध्य प्रदेश शासन के निर्देश पर पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा ई-केवायसी और खसरा जोडऩे के अभियान में तकनीकी खामियाँ बड़ी रूकावट पैदा कर रही हैं। कल जबलपुर संभाग के आयुक्त अभय वर्मा, कलेक्टर दीपक सक्सेना ने तीन तहसीलियों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य राजस्व महाअभियान 2.0 की प्रगृति की समीक्षा कर उसका जायजा लेना था। इस दौरान उन लोगों को फटकार पड़ी जो लोग नामांतरण बटवारा, रिकार्ड सुधार आदि के कार्यों में ढिलाई से पेश आ रहे हैं। सभी तहसीलों को हिदायत दी गई है कि वे समय सीमा में अधिक से अधिक प्रकरणो का निपटारा करें।
ई-केवायसी के प्रति भूस्वामियों में अच्छा रूझान दिख रहा है लेकिन जैसे ही वे पटवारियों के पास शिविर में या कार्यालय में जाकर अपने आधार और समर्ग आइडी से ई-केवायसी की प्रक्रिया करते हैं तो सर्वर बार-बार डाउन हो जाता है एवं सर्वर में जानकारी दर्ज होती है तो प्रमाणीकरण के लिए मोबाईल पर आने वाला ओटीपी ही घंटों नहीं आता जिसके कारण कार्य की प्रगति और गति रूक जाती है।
इस समस्या के संबंध में सहायक कलेक्टर मिशा सिंह ने जयलोक से चर्चा करते हुए बताया कि हम अधिक केन्द्र खोलकर भूअभिलेख शाखा द्वारा किए जा रहे इस कार्य में भूस्वामियों के लिए सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य कर रहे हैं। तकनीकी स्तर पर आ रही खराबियों और विसंगतियों के बारे में राज्य शासन को अवगत करवा दिया गया है। जिन किसानों के पास मोबाईल नहीं हैं उनकी संख्या की जानकारी लेकर इस समस्या का भी कोई समाधान निकाला जाएगा।