Download Our App

Home » Uncategorized » एसपी ने स्वीकारी साइबर क्राइम से लडऩे की चुनौती , मदद के लिए बनी हेल्प डेस्क

एसपी ने स्वीकारी साइबर क्राइम से लडऩे की चुनौती , मदद के लिए बनी हेल्प डेस्क

7049112122 इस नंबर पर दें किसी भी अपराध की सूचना

साइबर सेल हेल्प डेस्क का नंबर भी जल्द जारी होगा – एसपी

पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय ने समय के अनुसार किया नवाचार

जबलपुर (जयलोक)। साइबर क्राइम वर्तमान समय की सबसे बड़ी चुनौती है इस चुनौती को जबलपुर के नए पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय ने स्वीकार किया है। साइबर क्राइम जैसे अपराध से लडऩे के लिए इससे बचने के लिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से आज पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने नवाचार करते हुए हेल्पडेस्क प्रारंभ करने की घोषणा कर दी है। यह हेल्प डेस्क साइबर अपराध से लडऩे के लिए भविष्य में बहुत कारगर साबित होगी। जिले का कोई भी व्यक्ति अगर साइबर अपराध से संबंधित किसी भी गतिविधि से पीडि़त होता है  तत्काल सीधे हेल्प डेस्क में शिकायत कर सकता है। हेल्प डेस्क एक निर्धारित समय सीमा के अंदर इस समस्या का हल करने का प्रयास करेगी। साथ ही साइबर अपराध से संबंधित पूरी जानकारी और दस्तावेज जल्दी से जल्दी एकत्र किए जाएंगे ताकि उसमें न्यायोचित कार्रवाई हो सके और आरोपियों को पकड़ा जा सके।
थाने में आने वाली शिकायतों की नहीं हो पाती मॉनिटरिंग
साइबर अपराध  से जुड़े मामलों की लगातार पुलिस अधीक्षक  सम्पत उपाध्याय ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ समीक्षा की  तो बैठक में यह बात निकाल कर भी सामने आई की थाने स्तर पर आने वाले साइबर अपराध से संबंधित आवेदनों पर बड़े अधिकारियों की नजर नहीं पड़ती है और उनके संज्ञान में भी मामले नहीं आते हैं जिसके कारण ऐसे मामले लंबे समय तक लंबित पड़े रहते हैं। लेकिन अब यह हेल्प डेस्क सीधे पुलिस अधीक्षक की निगरानी में कार्य करेगी। कार्यवाही थाने स्तर से ही संपादित की जाएगी इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि इसमें विलंब न हो।
नंबर ब्लॉक करना या खाते को फ्रीज करवाना हो जाएगा आसान
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने जय लोक से चर्चा करते हुए बताया कि साइबर अपराध से  लोगों के बचाव करने के उद्देश्य से इस हेल्प डेस्क का गठन किया गया है। इसके लिए जल्द ही पुलिस विभाग द्वारा एक अलग से टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि कभी भी कोई व्यक्ति अगर साइबर अपराध का शिकार होता है तो वह तत्काल अपना बैंक का खाता या फिर मोबाइल नंबर उसे तत्काल ब्लॉक या फ्रीज करवा सकते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह मिलेगा की पीडि़त के खाते से अधिक रकम लूटने से बच जाएगी।
समय पर सूचना मिलना महत्वपूर्ण
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय का स्पष्ट तर्क है कि जिले से अपराध को समाप्त करने या उस पर अंकुश लगाने के लिए यह बहुत आवश्यक है कि समय पर घटित होने वाले अपराधों की सूचना पुलिस को प्राप्त हो। यह पुलिस का दायित्व है कि वह प्राप्त सूचना पर तत्काल प्रभावी कार्यवाही करे। इसी उद्देश्य से यह नंबर जारी किया गया है। सूचना देने वाले व्हाट्सएप के माध्यम से केवल संदेश भेज कर भी  आसपास घटित होने वाले अपराध की सूचना बिना अपना नाम बताएं और अपने संबंध में जानकारी गुप्त रखते हुए भी दे सकते हैं। पुलिस का पहला उद्देश्य  अपराध से संबंधित सूचना प्राप्त करना है। सूचना देने वालों का नाम उनके चाहने पर पूर्ण रूप से गुप्त रखा जाएगा।
शहर में बढ़ते सायबर अपराध पर काबू पाने और लोगों को राहत देने उनकी समस्या का समय पर निराकरण करने के लिए आज नवीन सायबर हेल्प डेस्क का शुभारंभ किया गया है। इसके शुभारंभ के बाद अब 24 घंटे शहरवासी अपने साथ हुए क्राइम की शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में नवीन सायबर हेल्प डेस्क का शुभारंभ किया गया। जिसका उद्देश्य शहरवासियों के साथ होने वाले सायबर अपराध संबंधी शिकायत पर शीघ्र प्रतिक्रिया व कार्यवाही कर कुशल समाधान करना है। इस हेल्प डेस्क के माध्यम से सायबर क्राईम संंबंधी अपराध सहित अन्य अपराधों की शिकायत की जा सकती है। पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय द्वारा एक क्राईम कंट्रोल मोबाईल नम्बर 7049112122 का शुभारंभ किया गया। साइबर क्राइम हेल्प डेस्क का नंबर भी अलग से जारी किया जायेगा।
इस हेल्पलाईन के माध्यम से किसी भी अपराध के होने के पूर्व अथवा होने के बाद की सूचना इस नंबर पर दी जा सकती है। सूचना देना वाला व्यक्ति अगर चाहे तो अपना नाम गुप्त भी रख सकता है।  अपराध की रोकथाम के लिए जारी हुआ यह सार्वजनिक नंबर पुलिस के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है। बशर्ते पुलिस प्राप्त होने वाली सूचनाओं पर ईमानदारी से और त्वरित कार्यवाही को प्राथमिकता में रखे।

Jai Lok
Author: Jai Lok

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

RELATED LATEST NEWS

Home » Uncategorized » एसपी ने स्वीकारी साइबर क्राइम से लडऩे की चुनौती , मदद के लिए बनी हेल्प डेस्क
best news portal development company in india

Top Headlines

शरत तिवारी : कौतुकों के सरताज

(जयलोक)। वे इन्कम टैक्स कमिश्नर पिता के तीन बेटों में उच्च सबसे बड़े बेटे थे। उन्होंने रीजनल कॉलेज ऑफ टेक्नॉलॉजी,

Live Cricket