Download Our App

Home » अपराध » ऐसे प्रतिबन्ध का क्या फायदा, नर्मदा के तटों और घाटों पर बिक रही धड़ल्ले से शराब शहर और गाँव नर्मदा के आस पास जमकर हो रही अवैध शराब की तस्करी

ऐसे प्रतिबन्ध का क्या फायदा, नर्मदा के  तटों और घाटों पर बिक रही धड़ल्ले से शराब शहर और गाँव नर्मदा के आस पास जमकर हो रही अवैध शराब की तस्करी

बड़ी-बड़ी कारों में ढोई जा   रही अवैध शराब

जबलपुर (जय लोक)। मध्य प्रदेश सरकार के नर्मदा तट से 5 किलोमीटर दूरी पर शराब बंदी के आदेश को शराब तस्करों ने हवा में उड़ा दिया है।  15 दिनों में जबलपुर पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए कई शराब तस्करों को पकड़ा है इनमें से अधिकांश नर्मदा से लगे हुए क्षेत्र में अवैध रूप से शराब की तस्करी करने का कार्य कर रहे थे। विभिन्न पुलिस थानों की पुलिस ने लाखों रुपए की अवैध शराब  बरामद की है। इसके साथ ही पुलिस ने कई ऐसे लग्जरी चौपहिया वाहन भी बरामद किए हैं जो शराब तस्करी के कार्य में लगाए गए थे।  लग्जरी वाहनों को लगाने का उद्देश्य शायद यही था कि पुलिस का ध्यान इस ओर ना जाये। गोरखपुर, बरगी, तिलवारा पुलिस शराब की तस्करी में लिप्त लोगों को गिरफ्तार कर अलग अलग मामलों में बड़ी मात्रा में अवैध शराब जब्त की है।
यह सभी क्षेत्र नर्मदा नदी से लगे हुए हैं और प्रदेश की सरकार ने नर्मदा नदी के आस पास के पांच किलोमीटर के क्षेत्र में शराब की बिक्री प्रतिबंधित की है। इसलिए प्रतिबंधित क्षेत्र में अधिक दामों पर शराब बेचने का गोरख धंधा शराब माफिया के द्वारा चलाया जा रहा है। नर्मदा के कई तट और घाट ऐसे हैं जिनके आसपास की खुलेआम कच्ची देसी और अंग्रेजी शराब बेधडक़ बिक रही है। अब बड़ा सवाल यह है कि ऐसे प्रतिबन्ध का क्या फायदा जब शराब माफिया खुले आम प्रदेश सरकार, पुलिस और आबकारी विभाग को खुलेआम चुनौती देकर अवैध रूप से शराब विक्रय का पूरा नेटवर्क चला रहा है।

24 अप्रैल को गोरखपुर में कार में मिली डेढ़ लाख की शराब

गोरखपुर में 2 लडक़े अवैध रूप से कार में शराब रखे तिलवारा नयागांव  होते हुये सिद्धनाथ की पहाड़ी तरफ जाते समय  कार क्रमांक एमपी 20 जेड पी 6824 में पकडे गए जिनके नाम पवन चक्रवर्ती तथा विशाल यादव बतलाये गये। कार की पिछली सीट में 15 तथा डिक्की में 15 कार्टन रखे मिले?। सभी 30 कार्टन में कुल 1500 पाव देशी शराब कीमत लगभग 1 लाख 50 हजार रूपये की होना पायी गयी।

17 अप्रैल को गोरखपुर में प्रेस लिखी कार में 2.15 लाख की शराब

17 अप्रैल को भी गोरखपुर पुलिस ने सफेद रंग की स्विफ्ट कार क्रमांक एमपी 20 सीएफ 1893 को पकड़ा जिसके पीछे अंग्रेजी में प्रेस लिखा रहा। उक्त कार में बाबा उर्फ अमित सोनकर अपने साथी अतुल पटैल के साथ  रामपुर होते हुये नयागांव की ओर जा रहा था। कार के पीछे की डिग्गी में 4 खाकी रंग के कार्टन तथा बीच वाली सीट के ऊपर एवं नीचे 21 कार्टन रखे मिले जिनमें 2 लाख 15 हजार रूपये की शराब जप्त की गई।

बरगी पुलिस ने पकड़ी दो कारों से 13 पेटी शराब

6 अप्रेल की रात्रि में बरगी पुलिस ने सफेद रंग की टाटा सफारी एवं क्रेटा कार को पकड़ा और  दो आरोपी गिरफ्तार किये । टाटा सफारी चालक शिवम सोनी और भागने वाले कार चालक का नाम आशुतोष नाथ है।  तलाशी लेने पर वाहन मे पीछे की ओर शराब की पेटियॉ रखी मिलीं। चैक करने पर 10 पेटी शराब मिली। इसी प्रकार क्रेटा कार में राजा उर्फ उग्रसेन नामदेव को पकड़ा। कार में 3 कार्टन पेटी शराब मिली।

तिलवारा में 5 अप्रैल को कच्ची शराब पकड़ी गयी

तिलवारा पुलिस ने तीन युवकों को पकड़ा। जिनके नाम धनराज यादव, मनीष बर्मन, नाबालिग बताया। पूछताछ पर लगभग 15 दिन से साथ मिलकर इन युवाओं ने कच्ची महुआ शराब बनाकर लोगों को बेचना स्वीकार किया। जो प्लास्टिक के 4 डिब्बों में 60 लीटर कच्ची शराब एवं प्लास्टिक के 31 डिब्बों में लगभग 200 लीटर लाहन रखे मिले।  यह सभी क्षेत्र नर्मदा नदी से लगे हुए क्षेत्र हैं और शहर के अन्य क्षेत्रों की अपेक्षा इन क्षेत्रों में अधिक शराब की तस्करी की जा रही है।

 

भारत पर तिलमिलाए पाकिस्तान ने दे दी परमाणु हमले की धमकी

 

 

Jai Lok
Author: Jai Lok

RELATED LATEST NEWS

Home » अपराध » ऐसे प्रतिबन्ध का क्या फायदा, नर्मदा के तटों और घाटों पर बिक रही धड़ल्ले से शराब शहर और गाँव नर्मदा के आस पास जमकर हो रही अवैध शराब की तस्करी
best news portal development company in india

Top Headlines

Live Cricket