जबलपुर (जयलोक)
मंगलवार की रात बादल जमकर मेहरबान हुए, मौसम विभाग की चेतावनी के अनुरुप 24 घंटे के अंदर 8 इंच से ज्यादा ताबड़तोड़ बारिश से शहर में चारों खूंट पानी भर गया। शहर की सडक़े तालाब की शक्ल में नजर आने लगी। बस्तियों में पानी भर गया, नाला-नालियों के सफाई नहीं होने और ओमती नाला को संकरा किये जाने के कारण कई बस्तियों में पानी भर गया। सडक़ बनाने में की गई अनदेखी का खामियाजा इस बार गढ़ा के लोगों ने भी उठाया। हालांकि कल बुधवार को दिन में रूक-रूककर बारिश का क्रम जारी रहा। वहीं आज गुरूवार को सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं जिससे बारिश की उम्मीद बनी हुई है। मौसम प्रवक्ता का कहना है कि आज और कल आसमान में बादल छाए रहेंगे और बारिश भी होगी। मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी मध्यप्रदेश के ऊपर हवा के कम दबाव का क्षेत्र केन्द्रित है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक छत्तीसगढ़ से आये मानसूनी बादलों ने पूर्वी मध्यप्रदेश के ऊपर मेहरबानी की और भादों के महीने में पड़ रही तेज गर्मी और उमस से राहत दी। पिछले दो दिनों से वातावरण में हलकी ठंडक बनी हुई है। पिछले 24 घंटों में हलकी बारिश ही दर्ज की गई। जबकि कुल वर्षा का आकाड़ा 53.5 इंच पर पहुंच गया जो औसत वर्षा के आकडे को पार कर चुका है। बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट आई है।
बाँध के 19 गेट खुले, नर्मदा में उफान
बरगी बांध जलभराव क्षेत्र में हो रही बारिश की वजह से बरगी बांध ओवरफ्लो हो गया। अपनी निर्धारित क्षमता 422.76 मीटर की बजाए 423.40 मीटर तक जलस्तर पहुंच गया था। जिसके बाद 11 गेट पहले से खुले थे फिर 17 और अब 19 गेट और खोल दिए गए हैं। इस तरह 19 गेट 3.89 मीटर की उंचाई तक खोल दिए गए है। जिससे नर्मदा का जलस्तर बढ़ गया और तिलवारा का पुराना पुल डूब गया और सडक़ तक पानी आ गया। बांध के 19 गेटो से 8 हजार क्यूमेक पानी नर्मदा में छोड़ा जा रहा है जबकि बांध में 8 हजार 27 क्यूमेक पानी प्रवेश कर रहा हैं।