पुलिस ने दबिश दी तो साथियों के साथ फरार हो गया जतिन
जबलपुर (जय लोक)। जबलपुर विकास प्राधिकरण में जिन लोगों ने भूखंड लिए थे और उनकी मृत्यु हो गई ऐसे लोगों को चिन्हित कर एक पूरा बड़ा गिरोह उनकी भूमि को हड़पने का खेल खेल रहा था। एक मामला प्रकाश में आया जिसमें विकास प्राधिकरण की योजना क्रमांक 5/14 में भूखंड क्रमांक 571 जो कि केपी लटोरिया के नाम पर था। एक लडक़ा कयाज और शुभम उर्फ शिवम जेडीए पहुँचा और खुद को इनका वारिश बताया। अधिकारियों को संदेह हुआ तो उन्होंने तत्काल उस युवक को पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया।
इस मामले में भी पूर्व मंत्री आंचल सोनकर ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस का एक और नेता जो विधायक का करीबी है पूर्व पार्षद जतिन राज जेडीए के फर्जी भूमि घोटाले में सरगना के रूप में उभर कर सामने आया है। ओमती पुलिस ने जिस आरोपी शुभम उर्फ शिवम उर्फ कयाज को हिरासत में लिया है उसने पूछताछ के दौरान यह खुलासा किया है कि पूरा गिरोह युवा कांग्रेस के पूर्व नगर अध्यक्ष पूर्व पार्षद जतिन राज के इशारे पर चल रहा था और उसके द्वारा ही जेडीए की कई बेशकीमती जमीनों में फर्जीवाड़ा कर उन्हें बेचा गया है।
फरार है जतिन राज
इस पूरे मामले में ओमती टीआई राजपाल सिंह बघेल का कहना है कि फर्जीवाड़ा में पकड़े गए आरोपी को रिमांड में लेने के बाद जिन बातों का खुलासा हुआ है उसके आधार पर जतिन राज और उसके गिरोह में शामिल अन्य लोगों को पकडऩे के लिए दबिश दी गई लेकिन सभी अपने घरों से फरार हो गए हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। यह पूरा खेल कमीशन पर चल रहा है। पुलिस अब इस मामले में जतिन राज, मनोज नामदेव, छोटू ठाकुर की तलाश कर रही है। इन लोगों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में और भी नाम निकलकर सामने आ सकते हैं।
पहले भी बेचे हैं फर्जीवाड़े से प्लाट
पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि इसके पूर्व में भी इस गिरोह ने फर्जीवाड़ा कर कई प्लाट हथियाने का खेल किया है और कई लोगों को ऊँची कीमतों पर प्लाट बेचे भी है।
