बड़ा हल्ला मच गया इस बात को लेकर कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सुपुत्र जो सांसद भी हैं श्रीकांत शिंदे अपनी पत्नी और दो दोस्तों के साथ उज्जैन के महाकाल महाकाल के गर्भ गृह में पूजा करने पहुंच गए जबकि पिछले एक बरस से गर्भ गृह में पूजा करने पर रोक लगी हुई है। लोगों ने ऑब्जेक्शन उठाया कि ये भाई साहब गर्भ गृह में कैसे पूजा करने पहुंच गए कानून कायदा तो यही कहता है कि पुजारी के अलावा और कोई जा ही नहीं सकता, अब इन नासमझ लोगों कौन बताएं कि भैया ये जितने भी कानून कायदे बनाए जाते हैं वे सब आम आदमी के लिए, आम जनता के लिए बनाए जाते हैं नेता और वीआईपी इन तमाम कानून कायदों से ऊपर होते हैं उन पर कोई कानून लागू नहीं होता। आप लोग जबरदस्ती परेशान हो रहे हो, वो कोई छोटा-मोटा आदमी तो था नहीं मुख्यमंत्री का बेटा था खुद भी सांसद था इसके बाद भी यदि वह गर्भ गृह में पूजा नहीं कर पाया तो धिक्कार है ऐसी नेतागिरी और वीआईपी गिरी पर। दिक्कत तो ये हो गई कि किसी दिलजले ने वीडियो बना दिया जो वायरल हो गया अब जितने जिम्मेदार हैं वे सब एक दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं और फिर आजकल तो सबसे आसान और आम बयान है ‘मामले की जांच की जाएगीऔर जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई होगी’ अपने को भी मालूम है कि मुख्यमंत्री के बेटे और सांसद पर कार्यवाही करने की किसी की हिम्मत नहीं है ज्यादा से ज्यादा जो देख रेख करने वाले हैं उनमें से किसी एक दो लोगों को निपटा दिया जाएगा। पिछले दिनों एक विधायक साहब के बेटे गाडय़िां लेकर प्रांगण में पहुंच गए थे उनका भी कुछ नहीं बिगड़ा, छोटा-मोटा पुलिस का कर्मचारी सस्पेंड कर दिया गया कि आप लोग क्या देख रहे थे, उन्हें रोका क्यों नहीं। अगर वह बेचारा उस वक्त भाई साहब से हुज्जत करता तो भी उसको सस्पेंड होना था और नहीं किया तो भी सस्पेंड हो गया उसकी किस्मत में तो सस्पेंशन था सो हो गया। अपने देश में सबसे बड़ा जोधा कोई है तो वो है नेता, इसलिए तो लोग नेता बनने के लिए पता नहीं कितने तरह के जतन करते हैं क्योंकि उनको मालूम है एक बार आप नेता बन गए फिर आपका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, आप जो कुछ करना चाहो कर सकते हो किसी की औकात नहीं जो आप पर कोई कानून कायदा लागू कर सके, उन भाई साहब की जगह कोई और होता तो पहली बात तो ये है कि गर्भ गृह की तो छोड़ो दूर से भी भोलेनाथ के दर्शन नहीं कर पाता लेकिन चूंकि वे नेता थे वीआईपी थे इसलिए भोलेनाथ के एकदम करीब पहुंच गए अपना तो एक ही कहना है कि काहे की ये नौटंकी की जा रही है साफ -साफ एक बोर्ड लगा दो कि गर्भ गृह में जाकर भोलेनाथ की पूजा करने का हक सिर्फ नेताओं और वीआईपी को है, इससे एक फायदा ये होगा कि विवाद भी नहीं होगा और वीआईपी बड़े आराम से गर्भ गृह में चले जाएंगे ना कोई वीडियो बनाएगा और ना कोई हल्ला मचाएगा।
अब इनकी ही चोरी होगी
जबलपुर में एक आलू, प्याज, टमाटर और लहसुन के थोक व्यापारी की दुकान में चोरी हो गई, चोर दो बोरी आलू, एक बोरी प्याज, और एक बोरी लहसुन चुराकर ले गए। पुलिस ने भी आकर पूछा कि जब गल्ले में पैसे रखे थे उन्हें ना चुरा कर चोर आलू प्याज लहसुन ही क्यों चुरा के ले गए, शायद इन पुलिस वालों को आलू, प्याज, टमाटर, और लहसुन का रेट पता नहीं है आज की तारीख में जो लोग कभी एक किलो या दो किलो आलू प्याज टमाटर खरीदते थे वे अब आधा पाव में काम चला रहे हैं चोर ने भी सोचा होगा पैसे का क्या है ,पैसे चुराएंगे तो भी किसी से आलू, प्याज, लहसुन टमाटर खरीदना पड़ेगा इससे बेहतर है कि एक बार में ही साल भर की व्यवस्था कर लो, पैसे का क्या है ‘हाथ का मैल’ है कब कहां खचज़् हो जाए कोई नहीं जानता लेकिन दो बोरी आलू, दो बोरी प्याज, दो बोरी लहसुन इस हिसाब से आज की तारीख में वो सबसे अमीर व्यक्ति मान लिया जाएगा। अपने को लगता है कि अब जितने चोर उचक्के हैं पैसा छोडक़र अपनी निगाह सिर्फ आलू प्याज टमाटर पर ही रहेगी इसीलिए व्यापारियों से भी अपना निवेदन है कि भले ही नोट पानी दुकान में खुले में रख दो लेकिन आलू प्याज टमाटर लहसुन के लिए बड़ी और मजबूत तिजोरी जरूर बनवा लेना।
पूरे अखबार फोटो से भर जाएंगे
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कई बार बड़ी मजे की बात कर जाते हैं एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सडक़ पर जो लोग पान गुटका थूकते हैं उन तमाम लोगों की फोटो अखबारों में छपना चाहिए अब गडकरी साहब को कौन बताएं कि अगर आपकी बात अखबार वाले मान लेंगे तो हर अखबार में खबरों की जगह सिर्फ लोगों की फोटो ही फोटो छपेगी, क्योंकि जिस तरह से लोग बाग पान और गुटखा खा रहे हैं उस हिसाब से हर दूसरा आदमी पान और गुटखा खाए पड़ा है अब जब मुंह में गुटखा है पान है अपने साथ ‘पीकदान’ तो लेकर चलेगा नहीं, और फिर सडक़ कोई अपनी निजी तो है नहीं कि साफ सफाई की चिंता हो, सरकारी सडक़ है थूको, खख़ारो और भी जो कुछ करना चाहो कर लो अपनी मर्जी, नगर निगम जाने उसका काम जाने अपना काम है गुटखा खाना, अपना काम है पान खाना और फिर सडक़ पर पिच करके थूक देना। कुछ समय पहले तंबाकू वाले गुटके पर प्रतिबंध लगाया गया था उसका भी रास्ता गुटखा बनाने वालों ने निकाल लिया अब सादा गुटका अलग मिलता है और उसके साथ तंबाकू का पाउच अलग से, यानि कान इधर से पकड़ो या उधर से पकड़ में तो कान ही आएगा। गडकरी जी लगता है अपने देशवासियों की फितरत से अनजान है वरना भी कभी ऐसी बात ना करते।
सुपरहिट ऑफ द वीक
‘शादी से पहले तुम आए दिन मंदिर जाते थे लेकिन अब क्या हो गया’ श्रीमती जी ने श्रीमान जी से कहा
‘जिस दिन से तुमसे शादी हो गई उसी दिन से भगवान से भरोसा उठ गया’ श्रीमान जी ने उत्तर दिया।