जबलपुर (जय लोक)। जीवन का मोल क्या होता है यह सिर्फ प्रेम से ही आंकलन किया जा सकता है। पशुओं के प्रति प्रेम का एक बहुत ही अनोखा उदाहरण हम सबको देखने मिला है। गोरा बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत कुछ दिनों पहले तिलहरी के मोहित अपार्टमेंट में कुत्ते के 7 बच्चे रहस्यमय स्थिति में मृत पाए गए थे। इस मामले में यह आरोप लगा था कि अपार्टमेंट में रहने वाले कुछ लोगों ने इन कुत्ते के बच्चों को जहर देकर मार दिया। अब इस मामले में नया मोड़ तब आ गया जब मामले की शिकायत गोरा बाजार पुलिस के पास आई और पुलिस ने इस मामले को जाँच लेकर इसमें कार्यवाही प्रारंभ कर दी। गोरा बाजार पुलिस ने जाँच आरंभ करने के साथ-साथ संबंधित एसडीएम से अनुमति माँगी है कि उनका पोस्टमार्टम कराया जाना है इसलिए उनकी कब्र खोदकर उन्हें निकालने की अनुमति दी जाए।
कुत्ते के 7 बच्चों की मौत 16 मार्च को हुई थी फिर इनको अपार्टमेंट के पास ही गड्ढे में दफना दिया गया था। लेकिन एक युवती इस पूरे मामले से मानसिक और भावनात्मक रूप से काफी आहत हुई थी। जिसने इस पूरे मामले को एनिमल लवर गु्रप को भेजो इसके बाद यह पूरा मामला पुलिस तक पहुँचा।
बात की भी जानकारी लगी है कि उसे अपार्टमेंट के रहने वाले लोगों द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप गु्रप में मादा द्वारा दिए गए 7 बच्चों द्वारा की जा रही गंदगी और हो रही परेशानी की चर्चा की गई। इसके साथ ही इस बात की भी चर्चा की गई कि इन्हें जहर देकर मार देना चाहिए। व्हाट्सएप गु्रप की चैट में इस बात के भी साक्ष्य हैं कि लोगों ने देकर मारने के बाद इन बच्चों को कहां दफनाना है इस पर भी चर्चा की और स्थान निर्धारित किया। पशु प्रेमी एक युवती ने इस पूरी बात पर आपत्ति उठाई तो उसे डरा धमका कर चुप रहने के लिए कहा गया। लेकिन अगले ही दिन ना तो कुत्ते के बच्चे नजर आए और ना ही इस विषय पर कोई बात हुई तो युक्ति को इस बात का संदेह हुआ कि कुत्ते के बच्चों को जहर देकर मार दिया गया है और उन्हें तय स्थान पर दफना दिया गया।
अब संबंधित एसडीएम से इस बात की अनुमति पुलिस ने मांगी है कि कुत्ते के बच्चों के शव को निकालना और उनको जहर देने की बात की पुष्टि करने के लिए उसे जगह को खोदने की अनुमति दी जाए।
75 करोड़ तक पहुँच सकता धान घोटाला, प्रदेश शासन के निर्देश पर कलेक्टर सख्त
नगर निगम के हिस्से की 500 सौ करोड़ की जमीन 20 करोड़ में संजय पाठक के परिजनों के नाम!
