जबलपुर पुलिस ने जाँच शुरू की, केंद्रीय सुरक्षा बलों ने भी मामले को संज्ञान में लिया
जबलपुर (जय लोक)।
जबलपुर में खमरिया फैक्ट्री में हुए धमाके के मामले में एक बहुत बड़ा और नया खुलासा सामने आया है। सुरक्षा एजेंसी के सामने यह बात सामने आई है कि 22 अक्टूबर को इस बम धमाके के कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो डाला गया था। जिसके नीचे पाकिस्तान जिंदाबाद लिखा हुआ था। सोशल मीडिया एक्स यह अकाउंट जिंदाबाद के नाम से है। इसके बाद से सुरक्षा एजेंसी इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और अब यह मामला राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जाँच के दायरे में आ गया है।
बेहद गंभीर और संवेदनशील विषय को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर की गई इस टिप्पणी से स्थानीय स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक की सभी प्रकार की सुरक्षा एजेंसी चौकन्नी हो गई हैं और अपने-अपने स्तर पर यह पता लगाने का प्रयास कर रही हैं कि यह सोशल मीडिया अकाउंट किस संगठन द्वारा संचालित किया जा रहा है, इस वीडियो को इस तरीके से प्रसारित करने के पीछे क्या उद्देश्य है। इस बात की तफ्तीश करने का कार्य शुरू हो गया है। घटना दिनांक को हादसे के बाद वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने बम निरोधक दस्ते, डॉग स्कॉर्ड के साथ मौके पर दौरा किया था।
यह मामला बेहद गंभीर मामला है क्योंकि जबलपुर सुरक्षा इकाइयों और निर्माण के लिहाज से बहुत ही संवेदनशील है। 22 अक्टूबर को यह घटना घटित हुई थी। प्रारंभिक तौर पर यही बात निकल कर सामने आई थी कि रशियन बम से बारुद निकालने के दौरान यह घटना घटित हुई है। इस घटना में दो कर्मचारी शहीद हो गए थे और 16 लोग घायल हुए थे। अब जब पाकिस्तान जिंदाबाद के नाम से संचालित सोशल मीडिया के अकाउंट में घटना दिनांक का ही ऑर्डनेंस फैक्ट्री के बाहर का वीडियो शेयर किया गया है एवं उसमें अंग्रेजी भाषा में सांकेतिक रूप से कुछ लाइन भी लिखी गई है। अंग्रेजी भाषा में लिखे गए शब्दों के अनुसार लिखने वाले ने इस बात पर प्रसन्नता जारी जाहिर की है कि वह खमरिया फैक्ट्री का भ्रमण कर बहुत खुश हैं। इसके अलावा भी सांकेतिक लिखी गई है। पुलिस से लेकर सुरक्षा एजेंसियां इन शब्दों का अर्थ और इसमें अगर कोई कोड छुपा है तो उसकी तलाश ने का प्रयास कर रही है।
कार से बनाया गया वीडियो
इस बात को गंभीरता से लिया जा रहा है क्योंकि अगर कोई पाकिस्तान समर्थक भारत के हृदय स्थल कहे जाने वाले जबलपुर में इतने संवेदनशील क्षेत्र में बड़ी आसानी से खमरिया फैक्ट्री के बाहर का वीडियो अपनी कार से बनाता है और उससे संदेश दे और सांकेतिक भाषा में शेयर करता है फिर इस वीडियो को वायरल किया जाता है तो यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला बन जाता है। इस वीडियो को वायरल करने का क्या उद्देश्य है, क्या मकसद है, यह किसके द्वारा किया गया है, इन सब सवालों के जवाब अब जाँच एजेंसियां तलाश करने में जुट गई है।
साइबर सेल जबलपुर ने शुरू की जाँच – एसपी संपत उपाध्याय
जबलपुर के नवागत पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने जय लोक से चर्चा करते हुए बताया कि इस पूरे प्रकरण की जानकारी पुलिस के समक्ष आ चुकी है। साइबर सेल को सक्रिय किया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह सोशल मीडिया पर किस अकाउंट से जारी हुआ है, किसके द्वारा और किस उद्देश्य से पोस्ट किया गया है। प्रमुख रूप से केंद्रीय जाँच एजेंसी इस पूरे मामले पर निगरानी रखे हुए हैं और उन्हीं के माध्यम से घटित हुई विस्फोट की घटना की जाँच हो रही है। इसलिए जबलपुर पुलिस का सीधे तौर पर विस्फोट की जाँच में कोई भूमिका नहीं है। लेकिन अगर सोशल मीडिया एक्स या सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर किसी भी प्रकार की कोई आपत्तिजनक वीडियो या जानकारी प्रस्तुत की जा रही है तो उसे संदर्भ में जबलपुर पुलिस जाँच कर रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा या अपराध कारित पाया जाएगा, तो उसके खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाएगी।