
जन्मदिन पर युवा नेताओं के ऐसे पुनीत कार्य स्वस्थ राजनीति के लिए अच्छे संकेत
जबलपुर (जयलोक)। दमोहनाका के तिवारी परिवार के खाते में एक बड़े सौभाग्य का विषय विगत कुछ वर्षों पूर्व उस वक्त जुड़ा था जब पनागर विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुशील इंदु तिवारी ने अपनी विधानसभा में अपने सहभागी सौरभ बड़ेरिया, सत्येंद्र पटेल, रोहित तिवारी सहित अन्य लोगों को साथ लेकर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की भागवत कथा जबलपुर में आयोजित करवाई थी। यह आयोजन करोड़ों रुपयों की राशि व्यय कर जबलपुर संस्कारधानी को धर्मधानी बनाकर यादगार ऐतिहासिक क्षण तो दे ही गया था साथ ही बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आकर्षक व्यक्तित्व और सानिध्य से भी हजारों लोगों को सीधे जुड़वा गया था।
तिवारी परिवार के युवा नेता हर्ष तिवारी वर्तमान में भाजपा युवा मोर्चा में पदाधिकारी भी हैं लगातार पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में सक्रियता से मैदान में बने रहते हैं। अर्थबल, मानवबल से संपूर्ण ये राजनीतिक धरा के लोग बागेश्वर धाम सरकार से जुडऩे के बाद अब उनके प्रकल्पों को ही आत्मसात करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी सामूहिक कन्या विवाह का आयोजन इतने बड़े स्तर पर करते हैं कि उसमें कई रिकॉर्ड दर्ज हो जाते हैं।
उनके शिष्य के रूप में विधायक इंदू तिवारी के छोटे सुपुत्र हर्ष तिवारी जो विगत कुछ वर्षों से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के जबलपुर आगमन पर उनके सारथी भी बने नजर आते हैं। हर्ष ने अब उनके पद चिन्हों पर चलने के लिए एक कदम और बढ़ाया है। जबलपुर व आसपास के क्षेत्र से संबंधित 51 ऐसे परिवारों की कन्याओं को चुना गया है जो किसी न किसी कारणवश आर्थिक विषमताओं या अन्य परेशानियों के कारण विवाह सूत्र में नहीं बंध पा रही थीं।
27 मई को हर्ष तिवारी का जन्मदिन है और अपने जन्मदिन के दिन उन्होंने एक पुनीत कार्य कर 51 कन्याओं को विवाह के पवित्र बंधन में फेरे लगवाने के साथ ही सौ से अधिक परिवारों को आपस में मिलाने का पुनीत कार्यं करने का निर्णय लिया है। साथ ही इन कन्याओं के माता-पिता को भी बड़ी राहत प्राप्त होगी जिनकी जिम्मेदारी के बड़े हिस्से को निभाने का कार्य युवा नेता हर्ष तिवारी कर रहे हैं।

भेंट में दी जा रही जरूरी सामग्री
51 परिवारों की गृहस्थी को संजोने के लिए युवा नेता हर्ष तिवारी अपने पिता विधायक इंदु तिवारी और अग्रज अमन तिवारी के सानिध्य में विगत दो महीने से इस आयोजन की तैयारी में लगे हुए हैं। हर बारीक बिंदुओं पर विचार कर तैयारी की गई है यहां तक कि विवाहित कन्याओं के लिए कौन सी वस्तु आवश्यक है साड़ी बिछिया पायल से लेकर हर प्रकार की गृहस्थी की सामग्री को उपहार में समायोजित करने का प्रयास किया गया है।
हर्ष तिवारी संस्कारधानी में राजनीति में सक्रिय युवाओं के लिए अपने जन्मदिन को यादगार तो बनाएंगे ही साथ ही संस्कारधानी की स्वस्थ राजनीति के लिए अच्छे संकेत भी देंगे। गुरु के पद चिन्हों पर चलने का उत्कृष्ट उदाहरण भी देंगे।

Author: Jai Lok
