
जबलपुर (जयलोक)। गेहूँ में कंकड़ पत्थर मिलाने वाले दो लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। इसमें माँ रेवा वेयरहाउस का संचालक नीतेश पटेल, श्रीमती शीला बाई कुशवाहा, खरीदी केन्द प्रभारी एवं अध्यक्ष सबला संकुल स्तरीय संगठन कांकरदेही के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। खाद्यान्न में मिलावट का यह मामला न केवल सरकारी उपार्जन प्रक्रिया में गहराई से फैले भ्रष्टाचार को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे कुछ तत्व जनता की थाली तक पहुँचने वाले अन्न में भी बेईमानी करने से नहीं चूकते हैं।
21 मई को मां रेवा वेयरहाउस धनाड़ी के परिसर में गेहूं में मिट्टी मिलाए जाने की जाँच अधिकारियों के माध्यम से कराई गई। जाँच अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के अनुसार मां रेवा वेयरहाउस धनाड़ी एवं रवी विपणन वर्ष में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी हेतु उपार्जन की जाँच की गई। जाँच अधिकारियों द्वारा प्रस्तुति प्रतिवेदन तथा अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) अनुभाग- सिहोरा द्वारा प्रेषित अनियमितताएं/अपराधकारित किया जाना पाया गया। जाँच में मां रेवा वेयरहाउस धनाड़ी के परिसर में 1000 शासकीय बारदानें रखे पाए गए एवं प्लास्टिक बारदानों में गेहूं की 270 बोरी रखी पाई गई, जबकि गेहंू का एक ढेर जिसकी मात्रा लगभग 100 क्विंटल थी भण्डारित पाया गया। उक्त स्थान पर ही 675 सरकारी खाली बारदाने पाए गए और वेयरहाउस के पीछे मिलावटी मिट्टी ककड़ पत्थर आदि से भरी सिली 250 प्लास्टिक की बोरियाँ पाई गईं। वेयरहाउस के समीप ही 185 सरकारी बारदानों में भरे सिले मिलावटी गेहूं को रखा पाया गया। उक्त बोरियों को खोलकर देखने में पाया गया कि सभी बोरियों में गेहूं के साथ 70 प्रतिशत से 75 प्रतिशत मिट्टी कंकड़ एवं पत्थर मिला हुआ था। उक्त स्थान पर एक वाहन में लोड मिट्टी, कंकड़ पत्थर से भरी 230 प्लास्टिक की बोरियां रखी पाई गई। स्वराज माजदा के वाहन मालिक के पुत्र रोहित साहू ने बताया कि लमतरा जिला कटनी से वेयरहाउस संचालक नितेश पटेल के कहने से मिट्टी से भरी बोरियों की ढुलाई की गई है। मजदूरों के कथन से भी यह बात स्पष्ट हुई है कि नितेश पटेल द्वारा उक्त कार्य हेतु मजदूरों को 7 रूपये प्रति बोरी की दर से मजदूरी दी जाती थी। इसी तरह गेहूं खरीदी केन्द्र सबला संकुल स्तरीय संगठन कांकरदेही उपार्जन ओम साई राम वेयरहाउस 125 में 1020 सरकारी बारदाने कम पाए गए। उक्त कमी का कारण उपार्जन केन्द्र की खरीदी प्रभारी श्रीमती शीला कुशवाहा द्वारा नहीं बतलाया गया। सबला संकुल स्तरीय संगठन कांकरदेही द्वारा संचालित गेहूं उपार्जन केन्द्र के बारदानों में 1020 बारदाने कम पाए गए। कम पाए गए बारदानों का संबंध मिलावट स्थल पर पाए गए बारदानों से है। इस प्रकार गेहूं में मिट्टी कंकड़ आदि की मिलावट के इस कार्य में सबला संकुल स्तरीय संगठन कांकरदेही की संलिप्तता की पुष्टि हुई। तथ्यों से स्पष्ट है कि नितेश पटेल मां रेवा वेयरहाउस के संचालक द्वारा सुनियोजित रूप से साजिश कर गेहूं में मिट्टी कंकड़ आदि मिलाने का कार्य किया जा रहा था। उक्त संबंध में नितेश पटेल संचालक मां रेवा वेयरहाउस धनाड़ी तथा श्रीमती शीला बाई कुशवाहा खरीदी केन्द प्रभारी एवं अध्यक्ष सबला संकुल स्तरीय संगठन कांकरदेही के विरूद्ध शासकीय बारदानों एवं गेहूं की हेरा-फेरी तथा मिलावट कर शासन के साथ धोखाधड़ी करने के कारण थाना मझौली में एफआईआर दर्ज की गई है।


Author: Jai Lok
