
जबलपुर (जयलोक)। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रात के अंधेरे में रेत उत्खनन का काम जोरों पर चल रहा है। इसकी भनक ना तो पुलिस को लग रही है ना ही मायनिंग विभाग को। विगत दिवस ही कलेक्टर के आदेश के बाद रेत उत्खनन के एक मामले में पुलिस और मायनिंग विभाग के कर्मचारियों ने पोकलेन मशीन,डम्पर और टे्रक्टर जप्त किए थे। लेकिन जाँच यहीं तक सीमित रह गई। इस मामले में ना तो वाहन चालकों को पकड़ा गया ना ही वाहन मालिकों को। जाँच अधूरी रहने से अवैध रेत उत्खनन करने वाले मुख्य आरोपी तक का पता नहीं चल पा रहा है।
मामला ब्रम्हाघाट का है यहां शहपुरा पुलिस और मायनिंग विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने कलेक्टर के आदेश के बाद कार्रवाही की थी।
यह कार्रवाही को हुए चार दिनों का समय बीत गया है लेकिन आज भी यह कार्रवाही चर्चा का विषय बनी हुई है। जिसमें खास यह है कि कार्रवाही में पोकलेन मशीन और टे्रक्टर तो पकड़ लिए गए लेकिन मुख्य आरोपी तक शहपुरा और मायनिंग विभाग नहीं पहुँच पा रहा है।

शहपुरा पुलिस और मायनिंग विभाग रहा अनजान
ब्रम्हाघाट में कई दिनों से अवैध तरीके से रेत निकालने का काम चल रहा था। लेकिन इसके पूर्व ना तो मायनिंग विभाग ने कार्रवाही की ना ही शहपुरा ुपुलिस ने। ऐसे में पुलिस और मायनिंग विभाग पर भी सवाल उठ रहे हैं। वहीं कलेक्टर के आदेश के बाद कार्रवाही तो हुई लेकिन यह कार्रवाही वाहन पकडऩे तक सीमित रह गई। आखिर क्या वजह है कि मायनिंग और पुलिस विभाग जाँच में आगे नहीं बढ़ पा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह खदान शर्मा एसोसिएटस को आवंटित की गई थी। लेकिन यहां काम कोई दूसरा कर रहा है। जिससे नर्मदा में बड़ी मात्रा में दिन रात रेत निकालने का काम चल रहा था। खास बात यह है कि जिस जगह से रेत निकाली जा रही थी वहां आसपास रेत के टीले भी बने हैं जहां से रेत निकालकर एकत्रित की जा रही थी।
मालिक मिला लेकिन गिरफ्तारी नहीं
ब्रम्हाघाट से शहपुरा और मायनिंग विभाग ने दो पोकलेन मशीनें और टे्रक्टर जप्त किए थे जिनके नम्बरों के आधार पर वाहन मालिक का पता चल गया। वाहन के नम्बर के आधार पर वाहन मालिक का पता लगा लिया गया। लेकिन वाहन मालिक अब तक वाहन से जुड़े दस्तावेज लेकर खनिज विभाग के पास नहीं पहुँचा है। इस मामले में अब तक ना तो कोई बड़ी कार्रवाही हुई ना ही जुर्माना लगाया गया।

आधा दर्जन लपेटे में
इस मामले में कहा जा रहा है कि आधा दर्जन लोगों पर मामला दर्ज हो सकता है। इसमें जिस जिस व्यक्ति के नाम सामने आए हैं, अब उन पर कार्रवाही की तैयारी की जा रही है। जाँच में आधा दर्जन लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसके साथ ही वाहनों पर सात गुना जुर्माना भी लगाया जा सकता है। वहीं आज संबंधित लोगों को बुलाकर रेत ठेका से जुड़े दस्तावेजों की जाँच की जाएगी।
नर्मदा और हिरण नदी से निकाली जा रही रेत
दूसरी ओर अब भी नर्मदा और हिरण नदी से रेत निकालने का गोरखधंधा चल रहा है। दिन में यहां से रेत निकाली जा रही है, तो वहीं रात के अंधेरे में चोरी छुपे ट्रकों में भरकर रेत का परिवहन किया जा रहा है।
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Author: Jai Lok
