जबलपुर (जय लोक)। कल शहपुरा में हिंदुस्तान पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल और एलपीजी के बड़े डिपो में पेट्रोल की सप्लाई करने आये रेलवे के वैगन में भीषण आग भडक़ गई थी। प्रशसनिक तौर पर इस आग के कारण को अभी अज्ञात बताया जा रहा है और जाँच के लिए कमेटी गठित की गई है। लेकिन जानकारों का कहना है कि यह अग्नि हादसा सिर्फ चोर गिरोह के सक्रिय सदस्यों की हरकतों की देन है। आज से दो महीने पहले भी सहयोगी न्यूज चैनल ई टीवी ने वैगन और टैंकरों से हो रही खुलेआम चोरी के मामले को गंभीरता से उठाया था लेकिन तब जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया था ओर वैगन से पेट्रोल चोरी की घटना में कोई रोक नहीं लग पाई थी। कल भी वैगन के वोल्वे से पेट्रोल का रिसाव हो रहा है था। यह बात आग लगने के बाद कई लोगों से वहां पर मौजूद अग्निशमन दल और अधिकारियों को बताई थी। अब इस बात को जाँच में कितनी तवज्जो मिलेगा या फिर इस पर पर्दा डालने का कार्य किया जायेगा यह जाँच के बाद स्पष्ट हो जायेगा।
33 लाख 76 हजार लीटर पेट्रोल था 50 वैगन में
कल जो अग्नि हादसा घटित हुआ है उसके बाद यह बात भी सामने आई है कि जो वैगन ट्रेन पेट्रोल की सप्लाई लेकर शहपुरा भिटोनी के डिपो में खाली होने के लिए पहुँची थी उसमें 50 वैगन थे। इन सभी में 33 लाख 76 हजार लीटर पेट्रोल था। जबलपुर में रोजाना 3:50 लाख लीटर पेट्रोल की खपत होती है। उस हिसाब से 10 दिन का पेट्रोल इन 50 वैगन में भरा हुआ था। इन वैगन से पाइप लगाकर पेट्रोल खाली किया जाता है। कुछ वैगन ऐसे होते हैं जिनके नोजल ढीले हो जाते हैं और उससे पेट्रोल चोरी करने का रास्ता निकाल लेते हैं। गाड़ी जब ट्रैक पर आकर खड़ी होती है तो फिर तस्कर सक्रिय हो जाते हैं और चोरी की घटना को अंजाम देते हैं।
जबलपुर के शहपुरा में पेट्रोल-डीजल और एलपीजी के डिपो के रेलवे से आने वाले वैगनों और टैंकरों से खुलेआम ईंधन की तस्करी हो रही है और इन ज्वलनशील पदार्थों की चोरी के दौरान तस्कर धूम्रपान भी करते हैं। पूर्व में एक बार डिपो के सामने हो रही टैंकर से पेट्रोल डीजल की चोरी की सूचना मिलने पर पुलिस ने दबिश देकर कुछ लोगों को तस्करी करते हुए पकड़ा था।
एलपीजी, पेट्रोल और डीजल के बड़े डिपो
जबलपुर के शहपुरा में हिंदुस्तान पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल और एलपीजी के बड़े डिपो हैं। इन डिपो तक रेलवे के वैगन के माध्यम से पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की सप्लाई होती है। जबलपुर संभाग में इन्हीं डिपो के माध्यम से पेट्रोल डीजल और एलपीजी आम उपभोक्ता और पेट्रोल पंपों तक पहुँचाया जाता है।
सैकड़ों टेंकर रोज करते है सप्लाई
पेट्रोलियम के इन्हीं डिपो से रोजाना सैकड़ों की संख्या में डीजल और पेट्रोल सप्लाई करने के लिए निकलते हैं। इन्हीं डिपो के ठीक सामने टैंकरों से दिन दहाड़े पेट्रोल-डीजल की चोरी की जाती है। भीतर से पेट्रोल-डीजल भर टैंकर डिपो से बाहर निकलते हैं। तस्करों का गिरोह इन टैंकरों में पाइप डालकर डीजल-पेट्रोल की चोरी करता है। हर रोज करीब 100 से ज्यादा टैंकरों से इसी तरह चोरी करके तेल निकाला जाता है।
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