
जबलपुर (जयलोक)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक का आज समापन हो गया। इस बैठक में देश भर से आए पदाधिकारियों ने विचार-मंथन कर संघ के आगामी शताब्दी वर्ष की रूपरेखा तैयार की। वहीं समापन सत्र के बाद संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबाले पत्रकारों से रूबरू हुए और उन्होंने इस बैठक के बारे में और संघ के कार्यक्रमों की जानकारी दी। सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक में जबलपुर का नाम दर्ज हो गया है। इस बैठक में संघ से जुड़े मुद्दों पर विचार-मंथन किया गया और आने वाले वर्षों के कार्यक्रम की दिशा तय की गई। श्री होसबाले ने बताया कि आने वाला वर्ष संघ के शताब्दी वर्ष का प्रारंभिक पड़ाव होगा, जिसमें राष्ट्र निर्माण, सामाजिक समरसता, संगठन विस्तार और जनजागरण पर विशेष ध्यान केंद्रित रहेगा। उन्होंने बताया कि विजयदशमी उत्सव: देशभर में 62,555 स्थानों पर संपन्न हुए। इन उत्सवों में 32 लाख से अधिक स्वयंसेवक गणवेश में शामिल हुए। इसके साथ ही पथ संचलन में 25 लाख से अधिक कार्यकर्ताओंं ने भाग लिया, जो संघ की संगठनात्मक शक्ति का परिचायक है। उन्होंने कहा कि संघ ने पिछले एक वर्ष में संगठन विस्तार पर विशेष जोर दिया है, जिसमें सीमावर्ती और जनजातीय क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया। इस साल 6,226 नई शाखाओं की स्थापना हुई, जिससे अब देशभर में कुल 87,000 से अधिक शाखाएं सक्रिय हैं।

82 हजार से अधिक सामाजिक कार्यक्रम होंगे
श्री होसबाले ने बताया कि आने वाले समय में संघ द्वारा पंच परिवर्तन कार्यक्रम के तहत 82 हजार से अधिक सामाजिक सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। गृह संपर्क अभियान के माध्यम से संघ करोड़ों लोगों तक पहुंचेगा और समाज के हर वर्ग को जोडऩे का प्रयास करेगा।
राष्ट्रीय चुनौतियों पर संघ का रुख
सरकार्यवाह ने कई राष्ट्रीय चुनौतियों पर भी संघ का दृष्टिकोण साझा किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर में स्थिति में सुधार आया है और प्रधानमंत्री के दौरे से पुनरुत्थान की नई उम्मीद जगी है। उन्होंने सबको साथ लेकर चलने और मिलकर आगे बढऩे पर जोर दिया। छत्तीसगढ़ और झारखंड में नक्सली गतिविधियों की समीक्षा करते हुए होसबाले ने कहा कि कई लोग हिंसा का रास्ता छोडक़र मुख्यधारा में लौट रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है।इसके साथ ही युवाओं में ड्रग्स की बढ़ती प्रवृत्ति को चिंता का विषय बताते हुए उन्होंने कुटुंब प्रबोधन के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाने की बात कही। उन्होंने धर्मांतरण की बढ़ती प्रवृत्ति के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

कांग्रेस अध्यक्ष पर साधा निशाना
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े द्वारा आरएसएस पर बैन की मांग पर होसबाले ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा बैन करने के पीछे कोई ठोस कारण तो होना चाहिए। जो संघ राष्ट्र निर्माण में जुटा है, उसे प्रतिबंधित करने से किसी को क्या मिलेगा? जनता ने आरएसएस को स्वीकार किया है।उन्होंने बंगाल में पिछले चुनावों के बाद द्वेष और हिंसा के वातावरण पर चिंता व्यक्त की और कहा कि सरकार को राष्ट्रीय दृष्टि से सोचते हुए शांति और समरसता की दिशा में कदम उठाने चाहिए।
Author: Jai Lok







