जबलपुर (जयलोक)। सोशल मीडिया में वायरल हुए वीडियो ने शहर के राजनीतिक घटनाक्रम से लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी हलचल मचा कर रखी है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के भाई के जन्मदिन की पार्टी के दौरान उनके समर्थकों ने अधिक उत्साह में आकर अपने-अपने लाइसेंसी हथियारों से जमकर हवाई फायरिंग की। शस्त्र लाइसेंस की नियमों की अवहेलना करने के कारण इनको कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ रहा है। दो लोगों के खिलाफ पूर्व में ही एफआईआर दर्ज हो चुकी थी जिनमें से एक टेंट संचालक अस्सु खान है दूसरा विश्वनाथ सोनी है अब तीसरे पारस जैन का भी नाम इसमें जुड़ चुका है। इन सब के फायरिंग के वीडियो वायरल हो गए थे जो पुलिस के पास पहुँचे। इसके बाद पुलिस ने वीडियो की जाँच पड़ताल करने के बाद कार्यवाही की और एक-एक कर सभी के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर उनके लाइसेंसी हथियारों को जप्त तक किया गया अब पुलिस उनके शस्त्र लाइसेंस को निलंबित करने की भी कार्यवाही कर रही है।
पूरे घटनाक्रम के बीच में कुछ कांग्रेस के नेताओं ने ऐसे बयान दिए जो हवाई फायरिंग वाले घटनाक्रम के पक्ष में नजर आए जिसको लेकर राजनीतिक पक्षों ने और राजनीतिक दलों के लोगों ने अपने-अपने दृष्टिकोण से देखा और उसी के हिसाब से अपने बयान जारी किए।
लगातार बढ़ रहे हवाई फायरिंग के मामले
पिछले दो-तीन महीने में लगातार 5-7 मामले हाई प्रोफाइल लोगों की जन्मदिन पार्टी में हवाई फायरिंग के आ चुके हैं। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय का साफ कहना है कि जो भी शस्त्र लाइसेंस धारक हैं उन्हें जिम्मेदारी के साथ अपने शस्त्रों को रखना चाहिए। उन्हें शास्त्र हवाई फायरिंग के लिए नहीं दिए गए हैं आत्मरक्षा के लिए दिए गए हैं। लेकिन जो भी व्यक्ति भले ही वह शस्त्र लाइसेंस धारक हो अगर लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन करेगा या नियम कानून के विपरीत जाकर कार्य करेगा उसके शस्त्र लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की कार्यवाही की जाएगी।
जिन आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों ने प्राप्त कर लिए हैं लाइसेंस वह होंगे निरस्त
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पूर्व में किसी की भी गलती से या झूठा शपथ पत्र देकर शासन के समक्ष प्रस्तुत कर अपने आपराधिक रिकार्ड की जानकारी छुपा कर अगर जबलपुर के किसी भी व्यक्ति ने शस्त्र लाइसेंस प्राप्त किया है तो उसके सत्यापन की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है जल्दी ऐसे लोगों को भी चिन्हित कर उनके शस्त्र लाइसेंस निरस्त भी किए जाएंगे और उनके खिलाफ प्रकरण भी दर्ज करने की कार्यवाही की जाएगी।
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