काम की तलाश में पिता आये थे जबलपुर, अपनी जनजाति से पहले अधिकारी बने निशांत भारिया
जबलपुर (जयलोक)। शहर के एक और पटवारी ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा-2022 में रैंक हासिल की है। शहर के पाटन तहसील में पदस्थ पटवारी निशांत भारिया का डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन हुआ है। अपने पहले इंटरव्यू में ही निशांत ने राज्य सेवा परीक्षा में 19वीं रैंक हासिल की है। वैसे तो वह 2020 से राज्य सेवा के लिए प्रयासरत थे। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने निशांत को उनकी इस सफलता पर बधाई दी। भारिया जनजाति मध्य प्रदेश की एक बेहद पिछड़ी जनजाति है। जो सिर्फ छिंदवाड़ा में पाई जाती है। इसके साथ ही निशांत अपनी जनजाति के पहले डिप्टी कलेक्टर हैं।
छिंदवाड़ा के रहने वाले हैं निशांत
निशांत भारिया छिंदवाड़ा के रहने वाले हैं, जहां उनके पिता शहर में मजदूरी करने आए थे। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद दृढ़ संकल्प, लगन और कठोर परिश्रम के बलबूते निशांत ने सफलता के इस मुकाम को हासिल किया है और युवाओं के सामने राह कितनी भी कठिन क्यों न हो कभी हार न मानने का उदाहरण प्रस्तुत किया है। निशांत के पूर्वज छिंदवाड़ा जिले में निवास करते थे, अब वे लगभग 4 दशक से गोहलपुर में निवास कर रहे हैं।
बचपन से ही मेधावी विद्यार्थियों में शामिल निशांत ने अपनी स्कूल शिक्षा मॉडल हाई स्कूल से पूरी की और शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज जबलपुर से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक शिक्षा प्राप्त की। उनके बड़े भाई छिंदवाड़ा में नायब तहसीदार हैं और सबसे छोटे भाई एनसीआरटी दिल्ली में कार्यरत हैं। निशांत का करीब एक वर्ष पहले पटवारी के पद पर चयन हुआ था और जबलपुर जिले की पाटन तहसील के हल्का थाना और मांदा में उनकी पदस्थापना हुई। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की राज्य सेवा परीक्षा-2022 का अंतिम परिणाम जारी होने पर निशांत और उनके परिवार में खुशी का माहौल है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में निशांत भूरिया की सफलता को युवाओं के लिये अनुकरणीय बताया है। हाल ही में शहर के मझौली में पदस्थ पटवारी सागर जैन का भी डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन हुआ है।
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