
खुले सेप्टिक टैंक का दोषी कौन, क्या उसको मिलेगी सजा ?


जबलपुर जय लोक। – शहर के मनमोहन नगर स्थित शहरी सामुदायिक केंद्र परिसर में खुले टेंक में गिरने से एक ही परिवार के दो बच्चों की मृत्यु होने पर मंत्री राकेश सिंह ने गहरा दुख व्यक्त किया है। आज प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी जबलपुर प्रवास पर थे उन्हें जब इस घटना की जानकारी लगी तो उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष से 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद मंत्री श्री सिंह ने देर रात त्रिमूर्ति नगर पहुँचकर पीड़ित परिवारजनों से भेंट की तथा उन्हें ढांढस बंधाया। इस घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यह होता है कि उसे खुले सेप्टिक टैंक का दोषी कौन है क्या उसके दोषी जिम्मेदारों को इसकी सजा मिलेगी जिनकी लापरवाही के कारण दो मासूम जिंदगियां खत्म हो गई। सूत्रों के अनुसार घटना के काफी समय बाद तक जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे थे।
यह हादसा उसे वक्त हुआ जब दोनों बच्चे सामुदायिक भवन के पास खेल रहे थे और उनकी गेंद सेप्टिक टैंक में चली गई और उसी को निकालने के चक्कर में एक-एक कर दोनों मौत के मुंह में समा गए। काफी मशक्कत के बाद दोनों के शव बाहर निकल जा सके। रविवार की शाम 6:00 बजे त्रिमूर्ति नगर निवासी विनायक शर्मा 10 साल और कान्हा विश्वकर्मा इस घटना के शिकार हुए। मृतक बच्चों के पिता का नाम जय विश्वकर्मा बताया जा रहा है जो कि कुंडम निवासी है और जबलपुर में आ कर जीवन यापन कर रहा थे।

लोक निर्माण मंत्री ने इस हृदय विदारक और स्तब्ध कर देने वाली घटना पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की ओर से भी शोक संवेदनायें व्यक्त की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ यादव ने घटना की ।जानकारी मिलने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए चार-चार लाख रुपये की सहायता स्वीकृत की है। मंत्री श्री सिंह ने बताया कि प्रशासन की ओर से बच्चों के पार्थिव शरीर को कुण्डम ले जाने की पूरी व्यवस्था की जा रही है ताकि परिवार अपने बच्चों का निवास स्थान पर अंतिम संस्कार कर सके।
श्री सिंह ने जिला प्रशासन को घटना की आवश्यक जाँच के निर्देश भी दिये हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिये सभी आवश्यक कदम उठाये जायेंगे। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक डॉ अभिलाष पांडे, सिहोरा विधायक श्री संतोष वरकड़े, भाजपा के नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, कलेक्टर राघवेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय एवं नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश अहिरवार भी लोक निर्माण मंत्री के साथ थे।
Author: Jai Lok







