
जबलपुर (जयलोक)। बिलहरी के आगे बरगी की ओर जाने वाले हाईवे मार्ग पर खुला होटल पसरिचा जब से खुला है तब से बदनाम है। शराबखोरी को लेकर यहां होने वाले झगड़े में एक वकील के ऊपर जानलेवा हमला पहले हो चुका है। इसी होटल में गेट गिरने की घटना से मजदूर मरते-मरते बचे हैं। अवैध रूप से शराब पार्टियों के लिए यह होटल लम्बे समय से बदनाम है। आबकारी विभाग आए दिन यहां पर दबिश देता रहता है। पूर्व में भी पुलिस को यहां अवैध रूप से जुंआ खेलने और अनैतिक गतिविधियों की शिकायत प्राप्त होती रही है। लेकिन पहली बार पुलिस ने दिलेरी दिखाते हुए बड़ी कार्यवाही की है। अभी भी लेकिन होटल पसरीचा के मालिक और प्रबंधन के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्यवाही नहीं होने से सवाल उठ रहे हैं। विगत दिवस यहां पर चोरी छुपे जुंआफड़ संचालित किया जा रहा था। जिसमें शहर के नामचीन जुआडिय़ों की महफिल जमी थी।

एसपी के आदेश पर कंट्रोल रूम से बनाई गई टीम
एसपी संपत उपाध्याय के निर्देश पर होटल पसरीचा में पुलिस की टीम ने दबिश दी जहाँ सात जुआडिय़ों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय के आदेश के बाद मिली सूचना पर टीम भेजी गई। सूचना मिली थी कि पसरिचा होटल में कुछ जुआड़ी ताश पत्तों पर रूपयों की हारजीत का दांव लगाकर जुआ खेल रहे हैं। पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सूर्यकांत शर्मा को सूचना दी कि तस्दीक करते हुये सूचना सही पाये जाने पर योजनाबद्ध तरीके से रेड कार्यवाही हेतु आदेशित किया गया।
आदेश के परिपालन में कंट्रोल रूम प्रभारी सतीश झारिया की टीम के साथ, चौकी प्रभारी धनवंतरी नगर, दिनेश गौतम एवं चौकी प्रभारी गौर टेकचंद शर्मा द्वारा चौकी धनवंतरी नगर एवं चौकी गौर तथा कन्ट्रोल रूम की टीम द्वारा पसरिचा होटल के अंदर दबिश दी गयी।
जहां खाना खाने वाले हॉल में 7 जुंआड़ी ताश पत्तों पर रूपयों की हारजीत का दांव लगाकर जुंआ खेलते दिखे। जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया।
बड़े बड़े व्यापारी पकड़े गए
पकड़े गए लोगों के नाम पता पूछने पर जुआडिय़ों ने अपने नाम अर्जुन मूलचंदानी निवासी रांझी मेन रोड़, सतीश शर्मा निवासी रामपुर छापर थाना गोरखपुर, भरत मृगनानी निवासी पुष्पकुंज कालोनी गोरखपुर, शैलेश चौरसिया, अनिल शर्मा, भूपेन्द्र सिंह, मनीष सोनी बताया। ये सभी शहर के बड़े बड़े व्यापारी है। जुआरियों के पास एवं फड़ से ताश पत्ते एवं 4 लाख 2 हजार रूपये जप्त करते हुये धारा जुंआ एक्ट के तहत कार्यवाही की गयी।

Author: Jai Lok







