नई दिल्ली। अरबपति और 24 हजार करोड़ की संपत्ति के मालिक पंकज ओसवाल की बेटी वसुंधरा ओसवाल पिछले दिनों युगांडा की एक जेल में रहीं। उन्हे हत्या के झूठे मामले में वहां की पुलिस ने जेल में डाल दिया। जिसकी हत्या के मामले में उन्हे जेल भेजा गया था वह व्यक्ति जिंदा मिला। वसुंधरा ने जेल के हालातों पर आपबीते बताई और कहा कि वहां वॉशरुम जाने की भी मनाही थी।
उन्होंने दावा किया कि उन्हें खाने-पीने तक के लिए तरसाया गया, नहाने नहीं दिया गया और वॉशरूम तक जाने से रोका गया। वसुंधरा को 1 अक्टूबर 2024 को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें 21 अक्टूबर को जमानत मिली। उन्होंने बताया कि उनकी गिरफ्तारी बिना किसी वैध सबूत और वारंट के हुई थी। वसुंधरा के मुताबिक, युगांडा पुलिस ने जबरन उनके घर की तलाशी ली। जब उन्होंने सर्च वारंट मांगा, तो पुलिसवालों ने कहा, यह युगांडा है, यहां हम कुछ भी कर सकते हैं, तुम यूरोप में नहीं हो। इसके बाद उन्हें इंटरपोल मुख्यालय ले जाने की बात कही गई, लेकिन जब उन्होंने उसी दिन जाने से मना कर दिया, तो एक पुरुष पुलिस अधिकारी ने जबरन उन्हें उठाकर वैन में डाल दिया। इंटरव्यू में वसुंधरा ने कहा, मुझे पांच दिन हिरासत में रखा गया और फिर दो हफ्ते जेल में डाल दिया गया। मेरी मानवाधिकारों की बुरी तरह अनदेखी की गई। न खाने को दिया गया, न पानी मिला।’ वह आगे कहती हैं, ‘मेरे माता-पिता को पुलिस अधिकारियों को रिश्वत देकर वकीलों के जरिए मुझे भोजन और जरूरी सामान पहुंचाना पड़ा। एक बार तो मुझे वॉशरूम तक जाने की इजाजत नहीं दी गई, इसे मेरे लिए सजा बना दिया गया था।
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