जबलपुर (जयलोक)। गोरखपुर थाना अंतर्गत स्थित रामपुर में डीआईजी बंगले के पास मंगलवार रात को पुरानी रंजिश को लेकर बदमाशों ने आतंक फैलाने के उद्देश्य से बम फेंके। जिसकी सूचना पर पहुँची पुलिस ने जब मामले की जाँच शुरू की मामला संदिग्ध नजर आया। दरअसल जिस युवक ने शिकायत दर्ज कराई थी उसके बयानों पर पुलिस को संदेह हो रहा है। पुलिस का कहना है कि जिस युवक पर बम फेंकने के आरोप लगाए गए हैं वह घटना के समय उस क्षेत्र में ही मौजूद नहीं था।
सेठी नगर गुप्तेश्वर निवासी शिवेन्द्र नन्हेट ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मंगलवार की रात को वह अपने साथी अंकित सोनकर के साथ डीआईजी कार्यालय के पास खड़े होकर बात कर रहा था। उसी दौरान रितिक मलिक अपने साथियों के साथ आया और पुरानी रंजिश का बदला लेने की नियत से गाली गलौच करते हुए एक के बाद एक दो बम फेंके। जिसके छर्रे लगने से वह घायल हो गया। सूचना पर पहुँची पुलिस ने जब जाँच शुरू की तो मौके से पुलिस को सुतली बम के जले हुए अवशेष मिले।
जिसके बाद पुलिस को शिवेन्द्र के बयान पर संदेह हुआ। थाना प्रभारी नितिन कमल का कहना है कि इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की जाँच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना सही है या फिर पुरानी रंजिश के कारण फंसाने के लिए यह आरोप लगाए गए हैं। वहीं पुलिस को जाँच में यह भी पता चला है कि जिस युवक रितिक पर बम फेंकने के आरोप लगाए गए हैं दरअसल घटना के समय वह मौजूद ही नहीं था। पुलिस को आशंका है कि रितिक से बदला लेने के लिए शिवेन्द्र ने बम फेंकने की झूठी कहानी बनाकर पुलिस के सामने पेश की है।
