
राजेश अग्रवाल के नाम 3, पत्नी के नाम से 4, माँ के नाम से 3 और बेटे के नाम पर 2 और बेटी के नाम पर एक भूखंड, आयुक्त को दी शिकायत
जबलपुर (जयलोक)। नगर निगम के ट्रांसपोर्ट नगर में भूखंडों को लेकर एक ओर बड़ा घपला सामने आया है। इस घपले में ट्रांसपोर्ट नगर व्यापारी संघ के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल ने खुद ही अपने पूरे खानदान के नाम से 13 भूखंड हथिया लिए हैं। वहीं नगर निगम ने अपने भूखंडों को दिलेरी से लुटवाया भी है। इन भूखंडों पर इसने निर्माण कराकर सभी को किराए पर देकर अवैध रूप से लाभ कमा रहा है।
जबलपुर गुड्स ट्रांसपोर्ट (टेक्निक) एसोसिएशन के अध्यक्ष और सचिव ने नगर निगम आयुक्त को 15 अपे्रल को एक ज्ञापन सौंपा है। इस ज्ञापन में आयुक्त के ध्यान में यह तथ्य लाया गया है कि ट्रांसपोर्ट नगर चंडालभाटा में स्थित नगर निगम के 572 भूखंडों में से 13 भूखंड राजेश अग्रवाल अध्यक्ष ट्रांसपोर्ट नगर व्यापारी संघ जबलपुर द्वारा गलत तरीके से हथिया लिए गए हैं। आयुक्त को सौंपी गई भूखंडों की इस बंदरबांट में यह जानकारी दी गई है कि भूखंड क्रमांक डी-9 तथा डी-16, भूखंड क्रामांक 57 राजेश अग्रवाल के नाम से हैं। जिन्हें राजेश अग्रवाल ने सुधीर ट्रांसपोर्ट तथा मुंबई गोल्डन ट्रांसपोर्ट और बेटरी हाउस को किराए पर दे दिया है। इसी तरह भूखंड क्रमांक ई-7, भूखंड क्रमांक, 33, 56 तथा ई-23 राजेश अग्रवाल की पत्नी नीलम अग्रवाल के नाम नगर निगम में आवंटित किये हैं और इस भूखंड पर निर्माण कराकर विराग रोडवेज तथा मुंबई गोल्डन ट्रांसपोर्ट को किराए पर दे दिया गया है। भूखंड क्रमांक ई-8/1 यह भूखंड राजेश अग्रवाल की माँ श्रीमती सुशीला अग्रवाल के नाम से नगर निगम में तीन भूखंड आवंटित किए हैं, भूखंड क्रमांक ई-8/1, भूखंड क्रमांक ई-24 तथा भूखंड क्रमांक ई-39/2 के नाम हैं। जिन्हें किराए पर विराग रोडवेज, मुंबई गोल्डन ट्रांसपोर्ट और सुधीर रोड ट्रांसपोर्ट तथा न्यू मोदी रोड लाइंस को किराए पर दिया गया है।
वहीं राजेश अग्रवाल की बेटी पंखुड़ी अग्रवाल को ई-22 भूखंड आवंटित हैं वहीं राजेश अग्रवाल के बेटे पुलकित अग्रवाल के नाम से ई-23-बी2 आवंटित हैं। इस तरह राजेश अग्रवाल और उसके खानदान के नाम से नगर निगम में दरियादिली दिखाते हुए 13 भूखंड आवंटित कर दिए हैं।
आयुक्त से माँग की गई है कि राजेश अग्रवाल ट्रांसपोर्ट व्यापारी नहीं हैं वह पेशे से वकील हैं और इनके द्वारा ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय नहीं किया जाता। वहीं राजेश अग्रवाल की पत्नी और माँ दोनों ही गृहणी हैं वहीं पुत्री पंखुड़ी अग्रवाल पूना में सीए का जॉब करती है। वहीं राजेश अग्रवाल का बेटा पुलकित अग्रवाल भी नोएडा में जॉब कर रहा है। इन सभी के द्वारा उन्हें आवंटित भूखंडों पर स्वयं ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय नहीं किया जाता है सभी भूखंडों पर गोदाम बनाकर किराए पर दे दिए गए हैं और लाखों रूपया किराए के रूप में राजेश अग्रवाल कमा रहा है। आयुक्त से यह भी आग्रह किया गया है कि ट्रांसपोर्ट नगर के भूखंड 30 वर्ष की लीज पर दिए गए थे और यह लीज 2022 में समाप्त भी हो चुकी है, इसलिए सभी 13 भूखंडों का आवंटन निरस्त किया जाए और वंचित ट्रांसपोर्ट व्यवासयियों को यह भूखंड आवंटित किए जाएं।


Author: Jai Lok
