अलाव की व्यवस्था और स्कूलों का समय बदलने की माँग उठी
जबलपुर (जयलोक)। शुक्रवार के बाद आज शनिवार को भी पारा दहाई के आसपास ही बना रहा। पारा गिरने से अचानक ठण्ड बढ़ी, इस सीजन में पहली बार पारा शुक्रवार को दहाई के अंक से नीचे उतरा। दिन में भी सर्द हवाओं का प्रभाव बना रहा, धूप का असर समझ में नहीं आया। उतरी हवाओं ने जमकर ठंड का अहसास कराया, लोगों को दिन मे भी गर्म कपड़े पहनने विवश होना पड़ा, मौसम विभाग का कहना है कि अभी आसमान पर बादलों की हलकी परत छाई हुई है। बादल छटते ही पारा और नीचे लुढकेगा। आज सुबह के साथ-साथ दोपहर में धूप का भी एहसास नहीं हो रहा था। दोपहर से लेकर शाम तक ठण्ड लगती रही। यह हालात पूरे संभाग के रहे, मंडला में 8.1 तो डिंडोरी में 7.1 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक उत्तर भारत में हुई बर्फ बारी का असर यहां देखा जा रहा है। शीत लहर चल रही है। सुबह हल्का कोहरा भी था और ठिठुरन भरी ठण्ड में बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी भी हुई। अचानक ठिठुरन भरी ठण्ड बढऩे से खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने वालों की मुसीबतें भी बढ़ गई हैं। अब सार्वजनिक अलाव के साथ साथ रैन बसेरों में असहाय लोगों की व्यवस्थाएँ करने की दरकार महसूस होने लगी हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटे के दौरान पारा और गिरेगा और कड़ाके की ठंड का दौरा शुरु होगा।
दिन और रात का पारा औसत से नीचे उतर गया। मौसम विज्ञान केन्द्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले 24 घण्टों के दौरान नगर का अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस सामान्य से 2 डिग्री कम न्यूनतम तापमान 10.1 सामान्य से 2 डिग्री कम दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे कम 7.1 डिग्री तापमान कलयाण पुर (शहडोल) जिले में दर्ज किया गया है। जबकी दिन का अधिकतम तापमान 29.5 तालुन (बड़वानी) में दर्ज किया गया। उत्तर-पूर्वी हवाएं 2 से 3 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से चलीं। अगले 24 घण्टों के दौरान मौसम शुष्क रहेगा।
शाम होते ही छूट रही कपकपी – पारा गिरने के कारण शाम होते ही ठंड का अहसास होने लगा है। नवंबर माह में ही शाम 6 बजे के बाद से कपकपी छूट रही है। रात 8 बजे के बाद से शीत लहर से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों से ठके नजर आ रहे हैं।
चिकित्सकों की सलाह – बढ़ती ठंड को देखते हुए चिकित्सकों ने बच्चों, बुजुर्गों और हृदय रोगियों को विशेष सुरक्षा बरतने को कहा है। बढ़ती ठंड और अचानक मौसम बदलने से बच्चे, बुजुर्ग और हृदय रोगियों के स्वास्थ्य पर इसका असर पड़ता है। ऐसे में चिकित्सकों ने खान पान में भी ध्यान देने को कहा है।