जबलपुर,(जयलोक)
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने यहां कहा कि मधुमेह आज के दौर में तेजी से लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही हैं। बहुत ही दुखद पहलू यह है कि छोटे-छोटे बच्चें भी मधुमेह से पीडित हो रहे है। डॉक्टर्स लगातार अुनसंधान कर रहे और अपने दायित्वों को निर्वाहन कर रहे है।सरकार भी इस दिशा में गंभीर है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान योजना और फिट फॉर इंडिया अभियान चलाया।लेकिन लोगों को भी जागरुक होने की आवश्यकता है।उन्होंने कहा कि दिनोंदिन फर्टिलाइजर व केमिकल के उपयोग,अनियमित जीवनशैली या कुछ और भी कारण हो,यह बीमारी गंभीर होती जा रही है। श्री सिंह यहां तिलवारा स्थित होटल शान एलिजे में रिसर्च सोसायटी फार द स्टटडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया (आरएसएसडीआई) की वार्षिक अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। डॉक्टरों को संबोधित करते हुए मंत्री राकेश सिंह ने रहस्योउद्घाटन किया कि वे खुद भी डॉक्टर बनाना चाहते थे, लेकिन परिस्थितिवश वे अन्य रूप में जनसेवा कर रहे हैं।
इस अवसर मंत्री श्री सिंह ने सभी एक्सपर्ट व अनुसंधान कर्ताओं को मधुमेह बीमारी की समुचित निदान करने के अथक प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि डायबिटीज आज पूरी दुनिया में फैला हुआ है। जनसंख्या की दृष्टि से भारत में सर्वाधिक डायबिटिक लोग हैं । यह दुख की बात है कि छोटे-छोटे बच्चे भी इससे पीडि़त हैं। कार्यक्रम में उन्होंने हिंदी में लिखित मधुज्योति डायबिटीज गाइड नामक पुस्तक का विमोचन भी किया, जो डायबिटिक लोगों के लिए कारगर साबित होगी।
उन्होंने कहा कि दिनोंदिन फर्टिलाइजर व केमिकल के उपयोग, अनियमित जीवनशैली या कुछ और भी कारण हो, यह बीमारी गंभीर होती जा रही है।
अत: इसकी जानकारी आम लोगों को हो, ताकि वे इसकी रोकथाम व बचाव कर सके। डॉक्टरों ने आम जनता की परेशानियों को समझा और डॉ परिमल स्वामी की मुख्य संपादन में यह बहु उपयोगी किताब का प्रकाशन हुआ। उन्होंने जबलपुर के डॉक्टरों की तारीफ कर कहा कि जबलपुर के डॉक्टर पूरी तरह से सक्षम है, वे हर बीमारी के डायग्नोज इस संगोष्ठी में डायबिटीज के संबंध में नई जानकारियां सामने आएगी, जिसका लाभ आमजन को मिल सकेगा।
उन्होंने देशभर से आए डॉक्टरों से आव्हान किया कि विश्व प्रसिद्ध भेड़ाघाट और धुआंधार अवश्य जाए और यहां से जबलपुर की अनुपम छठा को अपनी स्मृति में संजोए। कार्यक्रम के दौरान डॉ. जयंत पांडा, डॉ. मक्कड़, डॉ. परिमल स्वामी, डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव सहित देशभर के ख्यातिलब्ध चिकित्सक व चिकित्सीय सेवा से जुड़े लोग मौजूद थे।