
जबलपुर (जय लोक)। जबलपुर के बहुत से निजी अस्पताल सिर्फ व्यावसायिक दृष्टिकोण से संचालित हो रहे हैं के दर पर इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को केवल ग्राहक समझा जाता है और अधिक से अधिक लूटने की दृष्टि से बड़े बड़े बिल बनाने के लिए जिन जाटों की जरूरत नहीं है वह भी जान से करवाई जाती है। सामान्य दवाइयां जो अस्पताल के बाहर सस्ते दामों में मिल जाती है उन्हें ब्रांड के नाम पर महंगे महंगे दाम पर मरीजों को दी जाती है ताकि अधिक से अधिक बिल बन सके। इसके अलावा बड़े बड़े अस्पतालों में नए नए प्रशिक्षित स्टाफ के कारण कई लोगों की जान चली जाती है। इसी से संबंधित एक मामला आज फिर प्रकाश में आया है के परिजनों ने एपेक्स अस्पताल की व्यवस्था पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
गढ़ा से तिलवारा रोड पर स्थित अपेक्स अस्पताल में एक महिला की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ। यह पूरा घटनाक्रम आज सुबह का है। महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की। परिजनों का कहना है कि लापरवाही का नतीजा है कि थायराइड के मामूली ऑपरेशन के बाद महिला की अचानक मौत हो गई। वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। डिंडोरी जिले के शहपुरा निवासी राजदीप सोनी ने अपनी पत्नी को गले में थायराइड की समस्या के चलते इलाज के लिए जबलपुर के एक निजी अस्पताल में दिखाया था। राजदीप सोनी के अनुसार, डॉक्टर भारद्वाज ने जांच के बाद ऑपरेशन की सलाह दी और उन्हें अपेक्स अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा। डॉक्टर की सलाह पर महिला को पिछले दिनों अपेक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉ. संजय यादव ने थायराइड का ऑपरेशन किया।

ऑपरेशन के कुछ देर बाद ही बाद बिगड़ी तबीयत,फिर हो गई मौत
परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद से ही महिला की तबीयत लगातार खराब होती चली गई। सुबह अचानक डॉक्टर ने परिजनों को सूचना दी कि मरीज को दिल का दौरा पड़ा है और उसकी मौत हो गई है। इस खबर के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों का कहना है कि थायराइड का ऑपरेशन कोई बड़ा ऑपरेशन नहीं होता और डॉक्टरों की लापरवाही के बिना मरीज की मौत नहीं हो सकती।
बेबुनियाद है आरोप – अस्पताल प्रबंधन
अपेक्स अस्पताल प्रबंधन ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। प्रबंधन का कहना है कि महिला का ऑपरेशन सफल रहा था और इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई। ऑपरेशन के बाद महिला की तबीयत बिगडऩे पर लगातार उसका इलाज जारी था, लेकिन दुर्भाग्यवश दिल का दौरा पडऩे से उसकी मौत हो गई। अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए जांच में सहयोग करने की बात कही है।परिजनों ने पुलिस से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि वे इस मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के उच्च अधिकारियों से भी शिकायत करेंगे। पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई है। यह घटना शहर के निजी अस्पतालों में इलाज की सुरक्षा और मानकों पर एक बार फिर सवाल खड़ा करती है।

Author: Jai Lok







