
नेता नहीं कार्यकर्ता तय करेंगे नगर अध्यक्ष – पर्यवेक्षक श्री सिप्पल
जबलपुर (जय लोक)। कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक गुरदीप सिंह सिप्पल कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत विगत 3 दिनों से जबलपुर में नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिल रहे थे। इसी क्रम के तहत कल पूर्व विधानसभा क्षेत्र के अंबेडकर सामुदायिक भवन में कार्यकर्ता सम्मेलन में केंद्रीय पर्यवेक्षक कार्यकर्ताओं से मिले और अध्यक्ष के लिए लोगों की मंशा जानी। इस दौरान एक बार फिर कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के बीच में चली आ रही गुटबाजी को हवा मिली। पूर्व मंत्री और विधायक लखन घनघोरिया अपने उद्बोधन के दौरान यह कह गए कि दिनेश मेरा था…दिनेश मेरा है…अन्नू मेरा नहीं था…अन्नू को तन्खाजी और तरुण ने बनाया था…सौरभ मेरा नहीं है।
सूत्रों का कहना है कि विधायक घनघोरिया का आशय यह था कि दिनेश यादव को उन्होंने अध्यक्ष बनवाया था तो श्री यादव ने संगठन को साथ लेकर साथ काम किया। उसके बाद नगर अध्यक्ष बनाए गए जगत बहादुर सिंह अन्नू के बारे में उन्होंने कहा कि वह मेरा नहीं था राज्यसभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा और तरुण भनोत ने अध्यक्ष बनाया था। वर्तमान नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा के बारे में लखन घनघोरिया ने कहा कि सौरभ मेरा नहीं है। अब विधायक श्री घनघोरिया द्वारा कही गई इस बात के अपने-अपने तरीके के मायने निकाले जा रहे हैं।
यह बात जरूर निकलकर सामने आ गई है और उनके शब्दों से यह बात स्पष्ट हो गई है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने तेरा-मेरा कर चल रही गुटबाजी की बात पर मोहर लगा दी है।
सेवा दल के नगर अध्यक्ष संगठन के पुराने और वरिष्ठ कार्यकर्ता सतीश तिवारी ने भी अपनी फेसबुक वॉल पर विधायक श्री घनघोरिया के द्वारा कहे गए शब्दों को लिखा है। हालांकि इन शब्दों के साथ उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। लेकिन यह बात राजनीतिक चर्चा का अहम हिस्सा बन चुकी है।

संगठन को समर्पित टिकाऊ कार्यकर्ता बनेगा अध्यक्ष
केंद्रीय पर्यवेक्षक श्री सिप्पल ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि संगठन सृजन का एक बड़ा पहलू यह भी है कि पुरानी परिपाटी को तोड़ते हुए इस बार यह देखा जाएगा कि कौन कांग्रेस का टिकाऊ कार्यकर्ता है और वह संगठन के लिए कितना समर्पित है। नगर संगठन की कमान ऐसे ही व्यक्ति के हाथों में सौंपी जाएगी।
पर्यवेक्षक के इस बयान से परिपाटी वाले नेताओं को ठेस पहुँची है। लेकिन वह कार्यकर्ता जिनकी तरफ कभी नजर नहीं जाती थी और जिन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया उनके मन में बड़ी आस जाग गई है।
जिस पर माँ लक्ष्मी और माँ सरस्वती की विशेष कृपा बरसे उससे दूर रहना
कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक गुरदीप सिंह सिप्पल कल बैठक के दौरान हुई नारेबाजी, कार्यकताओं की भीड़ और गुटबाजी देखकर अचंभित रह गए। उन्होंने बैठक के दौरान ही साफ शब्दों में कहा कि अध्यक्ष कौन होगा यह नेताओं से नहीं कार्यकर्ताओं से पूछ कर तय किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार हर कार्यकर्ता से एक-एककर बात करना संभव नहीं हो पा रहा है। वे जब अगली बार आएंगे तो बिना बड़े नेताओं की उपस्थिति में केवल कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। गुरदीप सिंह सिप्पल ने कार्यकर्ताओं से कहा की जब वे जबलपुर के लिए निकले तो उन्हें केंद्रीय संगठन के नेताओं ने बता दिया था कि जिस पर मां लक्ष्मी और मां सरस्वती की विशेष कृपा बरसे उससे दूर रहना। इशारा साफ़ -साफ़ था कि कार्यकर्ताओं को धन खर्च करने वाले और चापलूसी करने वाले लोगों से दूरियां बनाकर रखना चाहिए।

श्रेणियों में लिए जाएंगे नाम
केंद्रीय पर्यवेक्षक के दौरे में यह बात भी सामने आई है कि नगर अध्यक्ष पद के लिए नौजवान, महिला श्रेणी, पिछड़ा वर्ग, एससी एसटी, इन श्रेणियां में नाम लिए जाएंगे। बुजुर्ग नौजवान कोई भी नगर अध्यक्ष पद के लिए हो सकता है। समर्पित कार्यकर्ता और संगठन को मजबूती प्रदान करने वाले की प्राथमिकता रहेगी।
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Author: Jai Lok
