
जबलपुर (जयलोक) ।गढ़ा थाना अंतर्गत अतिथि होटल में हुए देह व्यापार के खुलासे के बाद से ही मुख्य आरोपी शीतल दुबे को अब तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। आरोपी की तलाश में पुलिस ने कई जगह दबिश दी। लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।
वहीं पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने शीतल की गिरफ्तारी के लिए पाँच हजार का ईनाम घोषित किया है। इसी बीच पीडि़ता ने पुलिस पर ही आरोपी शीतल को बचाने का आरोप लगाया है। पीडि़ता का कहना है कि पुलिस शीतल को बचा रही है। इस मामले में दूसरा आरोपी अतुल चौरसिया को पुलिस ने पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अतुल चौरसिया को भाजपा पार्टी से भी निष्काषित कर दिया गया था।

असम की युवती ने खोले थे राज
इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब असम की युवती ने पुलिस से इसकी शिकायत की और बताया कि उसे काम दिलाने का झांसा देकर देह व्यापार के दलदल में धकेला गया। युवती ने खुलासा किया कि उसकी तरह अन्य युवतियां भी हैं जिन्हें धोखे से इस अवैध काम में लगाया गया है। देह व्यापार का काम ना करने पर शारीरिक और मानसिक प्रताडऩा दी जाती थी।
शीतल की गिरफ्तारी के बाद खुलेंगे और राज
कहा जा रहा है कि युवतियों को इस देह व्यापार में धकेलने वाला शीतल ही था। वह ऐसी युवतियों को निशाना बनाया करता था जिन्हें काम की जरूरत होती थी। शीतल के अन्य शहरों और प्रदेशों में भी देह व्यापार से जुड़े लोगों से संपर्क है। शीतल की गिरफ्तारी के बाद देह व्यापार से जुड़े कई लोगों के नाम उजागर होंगे।

Author: Jai Lok







