
जबलपुर (जयलोक)। शहर के मध्य में स्थित प्राचीनतम हनुमान ताल का विकास कार्य और सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। हनुमानताल को खाली कराकर उसकी सतह तक कचरा निकालने और समतलीकरण करने का बड़े स्तर पर काम हो रहा है। लेकिन हनुमानताल में हो रहे कार्य को लेकर श्रेय की राजनीति भी शुरू हो चुकी है। हालांकि कि पूरा कार्य लगभग 2 करोड़ की लागत से नगर निगम द्वारा विभिन्न मदों से करवाया जा रहा है। काम जब शुरू हुआ तो विधायक अभिलाष पांडे ने यह दावा किया कि हनुमानताल में यह कार्य वे करवा रहे हैं। लेकिन बाद में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने जब उपमुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा को हनुमानताल तालाब के निरीक्षण के दौरान यह जानकारी दी कि यह कार्य पूर्ण रूप से नगर निगम अपने विभिन्न नंबरों से करवा रहा है तब स्थिति स्पष्ट हुई।हनुमानताल के विकास कार्य को लेकर श्रेय लेने के लिए कई लोग आगे आ चुके हैं बहुत से नेताओं और उनके शिष्यों की फेसबुक वॉल इसी प्रकार के दावों से भरी हुई है और यह केवल श्रेय लेने की राजनीति है। हाल ही में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू का वीडियो सामने आया है जिसमें वो दावा कर रहे हैं कि नगर निगम दो करोड़ रुपए के खर्चे से हनुमानताल का सौंदर्यीकरण का काम कर रहा है।

श्रेय लेने में विधायक अभिलाष पांडे की बढ़त बनी रही
हनुमानताल के विकास कार्य की शुरुआत जब हुई तब मध्य क्षेत्र के विधायक अभिलाष पांडे ने यह दावा किया कि हनुमान ताल का कार्य उनके द्वारा कराया जा रहा है। उसी समय यही बातें जनता के बीच में प्रचारित की गई की शायद वह कार्य अपने विधायक मद से करवा रहे हैं। विधायक अभिलाष पांडे हनुमानताल में कराये जा रहे कार्य का लगातार श्रेय लिए जाने के लिए अपनी बढ़त बनाए हुए थे। इसी क्रम में उन्होंने उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा का हनुमान ताल का निरीक्षण का कार्यक्रम भी तय कर लिया।
जब विधायक को पीछे छोड़ महापौर आगे आये
पिछले दिनों उपमुख्यमंत्री और जबलपुर के प्रभारी जगदीश देवड़ा हनुमानताल का निरीक्षण करने पहुँचे। तब महापौर और विधायक के बीच श्रेय की होड़ाहोड़ी भी साफ नजर आई। हनुमानताल में चल रहे कार्यों की जानकारी देने में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ज्यादा ही सक्रिय नजर आए यह तार्किक भी था क्योंकि यह पूरा कार्य महापौर और आयुक्त की पूर्व योजना का हिस्सा था इसलिए वह यह संदेश भी दे रहे थे कि हनुमान ताल का कार्य नगर निगम द्वारा कराया जा रहा है। महापौर अन्नू ने उपमुख्यमंत्री को यह बतलाया कि नगर निगम दो करोड रुपए का खर्च करके इस हनुमानताल का नए सिरे से सौंदर्यीकरण करा रहा है। उपमुख्यमंत्री के निरीक्षण के समय महापौर अन्नू बाकायदा हनुमानताल में चल रहे कार्यों से संबंधित दस्तावेज भी साथ में लिए हुए थे और वे बार-बार उपमुख्यमंत्री को दस्तावेज दिखाकर जानकारियां दे रहे थे जिससे वे यह स्पष्ट संदेश दे सके कि हनुमान ताल का विकास कार्य उनकी देखरेख में हो रहा है। लेकिन अभिलाष पांडे भी हनुमानताल के सौंदर्यीकरण के काम को लेकर लगातार अपनी सक्रियता बनाए हुए हैं और वह लगातार यहाँ आकर निगरानी भी करते रहते हैं और जरूरी दिशा निर्देश भी देते आ रहे हैं। विधायक अभिलाष पांडे की हनुमानताल तालाब के जीर्णोंद्धार के कार्य में रुचि उनके क्षेत्रीय विधायक होने के सक्रियता को दर्शाती जरूर है लेकिन सही जानकारी न होने के कारण यह भ्रम भी उत्पन्न हो रहा था कि तालाब के इस कार्य को कौन करवा रहा है और विधायक के समर्थक इसे विधायक का ही कार्य बताकर प्रचारित-प्रसारित कर रहे थे।

विधायक ने करवाया धार्मिक आयोजन
हनुमानताल के सौंदर्यीकरण के कार्य को लेकर विधायक अभिलाष पांडे इतने अधिक संवेदनशील नजर आए कि उन्होंने एक बड़े स्तर पर भागवत कथा का 7 दिनों तक आयोजन हनुमानताल में ही कराया। उन्होंने यह आयोजन उन दिवंगत लोगों के लिए कराया जिनकी मृत्यु हनुमानताल में गिरने से हुई या फिर जिन लोगों ने हनुमानताल में कूद कर आत्महत्या की थी। विधायक द्वारा कराए गए इस तरह के आयोजन को खूब प्रशंसा भी मिली आखिरी दिन बहुत बड़ा यज्ञ भी उनके द्वारा कराया गया। इस यज्ञ में पूर्व महापौर सदानंद गोडबोले और श्रीमती स्वाति गोडबोले तथा नगर भाजपा अध्यक्ष रत्नेश सोनकर आहुति देते नजर आए लेकिन महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू की अनुपस्थिति चर्चा में रही।
विधायक अभिलाष पांडे ने फिर भंडारे का भी आयोजन कराया। इस धार्मिक आयोजन से विधायक अभिलाष पांडे ने यह संदेश देने की भरपूर कोशिश की कि हनुमानताल का सौंदर्यीकरण वही करा रहे हैं। अब महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू भी हनुमानताल के सौंदर्यीकरण के कामों का श्रेय लेने के लिए तथ्यों के साथ आगे आये हैं और उन्होंने उपमुख्यमंत्री के निरीक्षण के समय हनुमान ताल के कार्यों का ब्यौरा देने का जिस तरह से मोर्चा संभाला और वे विधायक को भी समझाते नजर आ रहे थे। महापौर वहां मौजूद लोगों को यह बताने में भी कामयाब रहे की इस सौंदर्यीकरण का कार्य नगर निगम कर रहा है। विधायक यह कार्य खुद नहीं करा रहे हैं। लोगों का ऐसा मानना है कि इस मामले में विधायक अभिलाष पांडे ने हनुमानताल के कार्य को लेकर महापौर अन्नू के साथ तालमेल नहीं बैठाया इसलिए सबकी फेसबुक वॉल अपने-अपने दावे से भरी हुई है।
पहले भी साफ हुआ था तालाब
नगर निगम में जब पूर्व कलेक्टर महेश चंद्र चौधरी नगर निगम के आयुक्त रहे तब उन्होंने भी हनुमान ताल की पहली बार सफाई का कार्य करवाया था और इस काम में 35 लाख रुपए से अधिक की राशि उस समय खर्च हुई थी। तब हनुमानताल की सफाई कुछ इतनी ज्यादा हो गई थी कि इस तालाब के झिरें बंद हो गई और तालाब ऐसा सूखा की दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन करने की समस्या आ गई थी तब उस समय के आयुक्त राजीव दुबे ने टैंकरों से पानी भरवा कर तालाब में प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्था भी करवाई थी।
अब सही समय पर सफाई
अभी भी हनुमानताल की ऐसी सफाई हो रही है कि तालाब पूरी तरह से सूखा नजर आ रहा है। लेकिन अब जब कुछ ही समय बाद बारिश शुरू हो जाएगी तब हनुमानताल स्वाभाविक रूप से भरने लगेगा। इस बार सही समय पर हनुमानताल की सफाई और सौंदर्यीकरण का कार्य हो रहा है।
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Author: Jai Lok
