रिटायर होने के बाद होमगार्ड सैनिकों को पेंशन भी नहीं मिलती
सिहोरा (जयलोक)
नगर पालिका परिषद् में एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी द्वारा 9 लाख 50 हजार रू अपने निजी खाते में सुनहरा कल वेलफेयर फांउडेशन से लेने के मामले में परत दर परत नए खुलासे सामने आ रहे है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व सीएमओ लक्ष्मण सिंह सारस सहित जिला शहरी विकास अभिकरण जबलपुर में पदस्थ दीपक दीक्षित का भी नाम सामने आ रहा है ।
क्या था मामला और क्या कहते है सूत्र
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुनहरा कल वेलफेयर फाउंडेशन को वित्तीय वर्ष 2022-2& एवं 202&-24 हेतु क्रमश 80 एवं 40 समूहों के गठन का लक्ष्य दिया गया था। साथ ही एएलएफ की 400 महिला सदस्यों को 7500 रू के मान से एएलएफ के मॉड्यूल के अन्तर्गत प्रशिक्षण दिया जाना था । सुनहरा कल वेलफेयर फाउंडेशन संस्था को राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की मार्गदर्शी की गाइडलाइन की कंडिका 20 (4 एन एवरेज अमाउंट ऑफ़ 7500 पर ट्रेनी कैन बी यू’ड फॉर ट्रेनिंग द मेंबर्स ऑफ़ ए एएलएफएस और सीएलएफएस) के अनुसार संस्था के द्वारा नियमों का प्रशिक्षण प्रदान किया गया जो नियमानुसार नहीं था, और प्रशिक्षण जिला शहरी विकास अभिकरण जबलपुर में पदस्थ दीपक दीक्षित के मार्गदर्शन में संपादित किया गया था। प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा, प्रति दिवस बार ट्रेंनिंग माड्यूल, कार्यक्रम भोजन व्यवस्था, गेस्ट लेक्चरर सदस्यों, एएलएफ की प्रमाण पत्र आदि की जानकारी नगर पालिका कार्यालय को प्रदान की गई। संस्था के द्वारा सदस्यों को फील्ड भ्रमण भी करवाया गया, संस्था के द्वारा समस्त दस्तावेज नगर पालिका कार्यालय को जमा करवाने के उपरांत ही पूर्व मुख्य नगर पालिका अधिकारी सिहोरा के द्वारा समस्त स्थिति से अवगत होने पर एवं जिला शहरी विकास अभिकरण जबलपुर में पदस्थ दीपक दीक्षित के मार्गदर्शन प्राप्त करने के उपरांत &0 लाख का भुगतान किया गया। जिसके बाद ज्ञात हुआ कि सुनहरा कल वेलफेयर फांउडेशन द्वारा सदस्यों का प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमानुसार प्रदान नहीं किया गया। जिसके बाद सुनहरा कल वेलफेयर फांउडेशन द्वारा नगर पालिका परिषद सिहोरा के खाता क्रमांक 5020007140766& में राशि 2050000( बीस लाख 50 हजार ) हस्तांतरित करा दिया गया । प्राप्त जानकारी अनुसार 9 लाख 50 हजार रू ट्रसंजेक्सन आईडी एचडीएफसीआर 5202&102799&4764 दिनांक 27/10/ 2& को नगर पालिका सिहोरा के अधिकारी एवं कर्मचारियों के नाम से द्वारका कोरी के खाते क्रं 60069691886 में आरटीजीएस कर डलवाया गया था। एनयूएलएम शाखा के उक्त कर्मचारी द्वारका कोरी के द्वारा ही प्रशिक्षण कार्यक्रम को संपादित करवाने एवं भुगतान करवाने की जिम्मेदारी थी।
षड्यंत्र और भ्रामक जानकारी प्रदान कर होता था खेल
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार षड्यंत्र एवं कुटरचित मार्गदर्शन के आधार पर पूर्व सीएमओ लक्ष्मण सिंह सारस, दीपक दीक्षित, द्वारका कोटी के द्वारा भुगतान किया गया था। और इनके द्वारा राशि &0 लाख रुपये दिलवाने के एवज में 9 लाख 50 हजार रुपये घूस भी ली गई जो कर्मचारी के निजी खाते में सुनहरा कल वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा ट्रांसफर किये गए थे।
कार्यवाही के नाम पर केवल खानापूर्ति और पूर्व सीएमओ का नाम गायब
कार्यालय नगर पालिका परिषद् द्वारा कार्यवाही के नाम पर केवल खानापूर्ति ही की जा रही है। क्योंकि इतने बडे घोटाले के बाद भी नगर पालिका प्रशासन द्वारा अपर आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल को पत्र लिखकर उक्त कर्मचारी के कारनामों की जानकारी बस दी जा रही है। और उस पत्र. में पूर्व सीएमओ लक्ष्मण सिंह सारस और दीपक दीक्षित के नाम गायब है। और साथ ही प्रतीत होता है कि पूर्व सीएमओ श्री सारस पर मेहदबानी कर बचाव किया जा रहा हैै। और अपर आयुक्त के पत्र में पूर्व सीएमओ का नाम नहीं लिखा गया। और ना ही एफआईआर दर्ज नहीं कराई जा रही है। इतने बडे मामले में एफआईआर दर्ज कराने के नाम पर केवल पत्राचार और खानापूर्ति और बचाव का खेल खेला जा रहा है।
इनका कहना है-
मेरे द्वारा उ‘च अधिकारियों को पत्र के माध्यम से सम्पूर्ण जानकारी देकर अवगत कराया गया है। उ‘च स्तर पर जांच जारी है। जांच के उपरांत उ‘च स्तर पर जो आदेश मिलेंगे उसके अनुसार कार्यवाही की जायेगी।
जय श्री चौहान,
मुख्य नगर पालिका अधिकारी,
नगर पालिका परिषद सिहोरा