
जबलपुर (जयलोक)। मध्य प्रदेश शासन के निगम और मंडलों में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की नियुक्तियाँ अब किसी भी समय हो सकती हैं। इन नियुक्तियों के लिए भारतीय जनता पार्टी के संगठन स्तर पर नामों को अंतिम रूप देने का सिलसिला भी चल रहा है। संगठन के निर्णय के अनुसार निगम मंडलों में इस बार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को पद दिए जाएंगे। इस माह में निगम मंडलों की पदाधिकारियों की नियुक्तियाँ हो सकती हैं।
जबलपुर सहित पूरे प्रदेश में निगम-मंडलों, बोर्ड और आयोगों में बहुप्रतीक्षित राजनीतिक नियुक्तियों की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। ऐसे में जबलपुर भाजपा के नेता, कार्यकर्ता और टिकट से वंचित दावेदार बड़ी उम्मीद से भोपाल में होने वाले संगठन के निर्णयों की बेसब्री से प्रतिक्षा कर रहे हैं। गौरतलब है की प्रदेश भाजपा के सामने जबलपुर में राजनीतिक और धार्मिक संतुलन के साथ ही संगठन में सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने के प्रयास निगम मंडलों की नियुक्तियों में किए जाएंगे। अब जबकि निगम-मंडलों में नियुक्तियों की घड़ी नजदीक है, सभी की नजर इस बात पर है कि क्या सच में संगठन की बातों को तरजीह दी जाएगी या फिर पुरानी परंपराएं दोहराई जाएंगी।

जबलपुर के नेताओं को भी मिलेगी नियुक्तियाँ
जबलपुर महाकोशल का प्रमुख केन्द्र है। भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश संगठन संतुलन की दृष्टि से जबलपुर को भी निगम मंडलों में प्रतिनिधित्व दिलवाएगा। निगम मंडलों में नियुक्त होने वाले कुछ नेताओं के पहले से ही चर्चाओं में आ चुके हैं। इनमें पूर्व मंत्री अंचल सोनकर, पूर्व नगर अध्यक्ष जीएस ठाकुर, पूर्व महापौर सदानंद गोडबोले, भाजयूमो के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धीरज पटेरिया, वरिष्ठ नेता हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू और समरसता सेवा संगठन के अध्यक्ष संदीप जैन जैसे नाम प्रमुख हैं।
जबलपुर के लिए पर्यटन विकास निगम, खनिज विकास निगम, जबलपुर विकास प्राधिकरण और महाकौशल विकास प्राधिकरण जैसे बड़े पदों पर चर्चा चल रही है। यहां से पिछड़ा वर्ग, सवर्ण, अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं को प्रतिनिधित्व देकर भाजपा संगठनात्मक और सामाजिक संतुलन साधने की कोशिश कर रही है।

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Author: Jai Lok







