
तिरुवनंतपुरम। केरल में निपाह वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है। कोझिकोड, मलप्पुरम और पलक्कड़ जिलों में विशेष टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें मरीजों के हिस्ट्री और लक्षणों पर नजर रखेंगी। साथ ही लोगों को इस बारे में जानकारी भी देंगी।
अधिकारियों को मलप्पुरम और पलक्कड़ जिलों में कुछ संदिग्ध मामले मिले हैं। ये मामले कोझिकोड और मलप्पुरम के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में नियमित जांच के दौरान सामने आए। केरल में निपाह वायरस के संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। दो लोगों में इस बीमारी के लक्षण दिखने के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। शुक्रवार को केरल के तीन उत्तरी जिलों- कोझिकोड, मलप्पुरम और पलक्कड़ में अलर्ट जारी किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान में सैंपलों को जांच के लिए भेजा गया है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने स्थिति का जायजा लेने के लिए एक आपात बैठक की और निवारक उपायों को सख्त करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि सरकार इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। पुलिस से भी मदद मांगी गई है ताकि रोगियों के संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा सके। इससे यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि वायरस कितने लोगों तक फैल चुका है। लोगों की मदद के लिए राज्य और स्थानीय हेल्पलाइन भी शुरू की जा रही हैं। इन हेल्पलाइन के जरिए लोग बीमारी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और मदद मांग सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों से यह भी कहा है कि वे हाल के दिनों में हुई अप्राकृतिक मौतों की जांच करें। ऐसी मौतें संभावित प्रकोप की चेतावनी हो सकती हैं। शुक्रवार शाम को एक और उच्च स्तरीय बैठक होगी। इस बैठक में स्थिति का जायजा लिया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी सावधानियां बरती जा रही हैं। लोगों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। उन्हें साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए और बीमार लोगों से दूर रहना चाहिए। अगर किसी को बुखार या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

Author: Jai Lok
