जबलपुर (जय लोक)। कल पाटन थाना क्षेत्र के टिमरी गाँव में हुए नरसंहार में 4 लोगों की हत्या करने वाले 9 आरोपियों को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है । इन आरोपियों में से सात लोगों को पचमढ़ी की एक होटल में से गिरफ्तार किया गया। पचमढ़ी के पास ही इनका पैतृक गांव है। घटना को अंजाम देने के बाद फरार हुए आरोपियों की पतासाजी के लिए शहर के तीन एएसपी के मार्गदर्शन में टीमें बनाई गई थीं। आरोपियों के संबंध में सटीक जानकारी माइक टू सिटी की टीम को मिली और इसके आधार पर साइबर टीम ने अच्छा कार्य करते हुए कम समय में सटीक परिणाम निकले। जिसके आधार पर 24 घंटे के अंदर ही आरोपियों को दबोच लिया गया। दो आरोपी जबलपुर से ही गिरफ्तार किए गए। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय इस पूरी कार्यवाही की स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे थे।
पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय ने प्रेसवार्ता में बताया कि कल सुबह प्रात: 10-24 बजे डायल 100 एफ.आरव्ही. वाहन पाटन को सूचना प्राप्त हुई कि जबलपुर पाटन रोड टिमरी तिराहा पर 2 पक्षों में विवाद होने से एक पक्ष के द्वारा दूसरे पक्ष के 4 लोगों की हत्या कर दी गयी है। पुलिस के द्वारा मौके पर घायल मुकेश दुबे एवं विपिन दुबे निवासी ग्राम टिमरी को पुलिस एवं परिजनों के द्वारा मुकेश दुबे को मडिकल कालेज जबलपुर एवं विपिन दुबे को स्वास्तिक अस्पताल जबलपुर में उपचारार्थ भर्ती कराया गया। दोनों की स्थित में सुधार है और वो खतरे से बाहर है।
तीनों एएसपी के नेतृत्व में गठित हुई अलग -अलग टीमें
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद एएसपी शहर आनद कलादगी,एएसपी अपराध प्रदीप कुमार शेण्डे,एएसपी ग्रामीण सूर्यकांत शर्मा के मार्गदर्शन में आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु अलग -अलग टीमें गठित कर जिले के बाहर रवाना की गयी।गठित टीमों के द्वारा पतासाजी करते हुये फरार 09 आरोपियों को अभिरक्षा में लिया जाकर घटना के सम्बंध विस्तृत पूछताछ की जा रही है। माइक 2 सिटी की टीम को सबसे पहले आरोपियों के भागने की दिशा और संभावित इलाके के जानकारी मिली। जिसके बाद साइबर टीम से अपना काम शुरू और अच्छे परिणाम सामने आये और आरोपियों के बारे में सटीक जानकारी पुलिस टीम को मिल सकी।
पहले चरगवां फिर नरसिंहपुर फिर पहुँचे पचमढ़ी
आरोपियों से प्रारम्भिक पतासजी पर घटना का कारण ज्ञात हुआ है कि टिमरी तिराहे पर चाय की दुकान पर चंदन पाठक एवं मनोज साहू के बीच पुरानी रंजिश को लेकर विवाद हो गया जिससे मनोज साहू अपने अन्य साथियों एवं रिश्तेदारों को घातक हथियारों से लैस होकर बुलवा लिया तथा मौके पर ही चंदन व कुंजन पाठक पर जानलेवा हमला कर हत्या कर दी, बीच बचाव करने आये अनिकेत दुबे एवं समीर दुबे की भी हत्या कर दी तथा मुकेश दुबे एवं विपिन दुबे को गम्भीर रूप से घायल कर क्रेटा कार से भाग गये। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद कुछ आरोपी जबलपुर की ओर भाग गए और कुछ एक साथ पहले चारगवां की ओर गए वहां से धूमा होते हुए लखनादौन पहुंचे और वहां से नरसिंहपुर करेली होते हुए मचकुली जो कि इनका पैतृक गांव है। वहां पहुंचे उसके बाद पचमढ़ी में एक होटल में जाकर रुक गए। वहां आरोपियों ने अपने मामा के लडक़े को आने की जानकारी दी और होटल बुक करने के लिए कहा लेकिन यह नहीं बताया कि वे लोग जघन्य हत्याकांड को अंजाम देकर चार लोगों की हत्या कर आए हैं। अपने चाचा बाबू साहू को भी इन लोगों ने कोई जानकारी नहीं दी।
गोटेगांव से खरीदी मोबाइल सिम, फिर भी पुलिस ने पकड़ा
आरोपियों में से एक मनोज साहू ने बचने का प्रयास करते हुए इस्तेमाल कर रहे अपने मोबाइल नंबर को बंद कर दिया। और गोटेगांव पहुंचने पर एक नई मोबाइल सिम खरीदी। जिसका उपयोग करके लोगों से संपर्क कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान और साइबर के जांच तरीकों के आधार पर जल्दी ही आरोपी के बारे में जानकारी एकत्रित कर ली और उसका नया मोबाइल नंबर भी पुलिस को प्राप्त हो गया जिसे ट्रेस कर पुलिस ने इन्हें दबोच लिया।
सभी के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड
पकड़े गए सभी आरोपियों में से अधिकांश लोगों के पुराने अपराधिक रिपोर्ट दर्ज है। किसी के ऊपर दो मामले हैं किसी के ऊपर चार मामले पूर्व से दर्ज है। पुलिस इनके संबंध में जानकारियां भी एकत्रित कर रही हैं।
ये आरोपी आये पुलिस गिरफ्त में
1-पप्पू उर्फ नारायण साहू निवासी टिमरी, 2-चंदू उर्फ चंद्रभान साहू निवासी टिमरी, 3-दिनेश उर्फ दिन्नू साहू निवासी टिमरी, 4-मनोज साहू निवासी टिमरी, 5-सर्वेश साहू निवासी टिमरी, 6-विवेक साहू निवासी टिमरी, 7-अमित साहू निवासी टिमरी, 8-प्रदीप साहू निवासी टिमरी, 9-संदीप नामदेव उर्फ लाली उर्फ लुलिया निवासी टिमरी।
ये लोग शामिल थे टीमों में
आरोपियों को 24 घंटे के अंदर पकडऩे वाली टीमों में एसडीओपी पाटन लोकेश डाबर, सीएसपी कैंट/ डीएसपी अपराध उदयभान बागरी, थाना प्रभारी पाटन नवल सिंह आर्य,थाना प्रभारी गोहलपुर श्रीमति प्रतिक्षा मार्को,थाना प्रभारी शहपुरा जितेन्द्र पाटकर, थाना प्रभारी कटंगी श्रीमति पूजा उपाध्याय,अपराध थाना प्रभारी शैलेष मिश्रा, चौकी प्रभारी यादव कालोनी सतीष झारिया, चौकी प्रभारी बस स्टैण्ड उप निरीक्षक दिनेश गौतम, चौकी प्रभारी उखरी उप निरीक्षक संजय गुर्जर, क्राईम ब्रांच के उप निरीक्षक चंद्रकांत झा, सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिंह, अशोक मिश्रा, संतोष पाण्डे, प्रधान आरक्षक संजय मिश्रा, रूपेश सिंह, सायबर सेल के प्रधान आरक्षक अमित पटेल, आरक्षक राजेश मिश्रा, आशुतोष बघेल, मुकेश परिहार, जे.पी. तिवारी, राघवेन्द्र सिंह ,रवि सनोडिया, दिनेश दुबे, समरेन्द्र प्रताप सिंह शामिल थे।
सीसीटीवी फुटेज मिला अन्य कैमरों की हो रही जाँच
पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने बताया कि घटनास्थल के पास स्थित एक व्यावसायिक स्थल का सीसीटीवी कैमरे का फुटेज पुलिस को प्राप्त हो चुका है। इस कैमरे में आरोपी कार से भागते हुए साफ नजर आ रहे हैं। हालांकि हमले की घटना इस कैमरे में रिकॉर्ड नहीं हुई है। क्योंकि इस कैमरे की दिशा दूसरी ओर है। अन्य कैमरों की जाँच भी और जल्दी की जायेगी। जिससे पुलिस को अन्य फुटेज भी प्राप्त हो जाएंगे जो महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में काम आएंगे। इसके अलावा आरोपी महेश साहू के मार्केट के बंद दुकानों की तलाशी भी जल्द ली जायेगी।
आक्रोशित भीड़ को समझने में कामयाब रहे एएसपी सूर्यकांत शर्मा
आज सुबह जब पोस्टमार्टम के बाद चारों ब्राह्मण परिवार के युवकों के सब गांव पहुंचे परिजनों ने एंबुलेंस से सब उतरने से मना कर दिया आक्रोशित लोग सडक़ पर ही चक्का जाम कर बैठ गए। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सूर्यकांत शर्मा मौके पर पहुंच गए थे। जैसे ही आक्रोशित लोग सडक़ पर धरने पर बैठे बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि भी वहां पहुंच गए। सभी ने अपने स्तर पर आक्रोशित शोकाकुल परिवार की महिलाओं को मनाने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस की ओर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने भी बहुत ही सहज और सरल अंदाज में आक्रोशित लोगों को पुलिस विश्वास रखना और सख्त से सख्त कार्यवाही आरोपियों के खिलाफ कर जाने का आश्वासन दिया। उन्हें यह भी बताया की चौकी प्रभारी और थाने के लोगों को यहां से हटा दिया गया है पूरी कार्यवाही निष्पक्ष रूप से की जाएगी। वह खुद भी लगातार मौके पर राउंड लगाएंगे और अतिरिक्त बल सुरक्षा की दृष्टि से तैनात रहेगा। विभिन्न बिंदुओं पर एएसपी शर्मा ने समझाया और उन्हें आश्वासन देकर मनाया। इसके बाद मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया।
