दरवाजा बंद किया तो सीढ़ी लगाकर अंदर घुसी टीम
50 गाडिय़ों के काफिले के साथ पहुंची टीम
सतना (जयलोक)। सतना में आयकर विभाग के अधिकारियों ने एक साथ पांच बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर छापा मारा है। आयकर विभाग की टीम सुबह करीब 6 बजे 50 से ज्यादा गाडिय़ों से इनके ठिकानों पर पहुंची। अफसर रामा ग्रुप के रामकुमार, सुरेश कुमार और नरेश गोयल, सेनानी ग्रुप के सुनील सेनानी, सिविल कॉन्ट्रेक्टर अतुल मेहरोत्रा, फ्लोर मिल मालिक संतोष गुप्ता औैर हुंडी कारोबारी व रिसॉर्ट मालिक सीताराम अग्रवाल उर्फ रामू के यहां सर्चिंग में जुटे हैं। रामा ग्रुप टिम्बर और लोहा कारोबार से जुड़ा है। वहीं, सिविल कॉन्ट्रेक्टर अतुल मेहरोत्रा की महरोत्रा बिल्डकॉन कंपनी मास्टर प्लान और इंडस्ट्रियल एरिया में काम करती है। सीताराम अग्रवाल के गोशाला चौक स्थित घर पर जब आयकर विभाग की टीम पहुंची तो उन्होंने दरवाजे बंद कर लिए। ऐसे में अफसर सीढ़ी लगाकर छत के सहारे घर में घुसे।
बाराती बन पहुंचे अधिकारी
जानकारी के मुताबिक गुप्त रूप से सतना पहुंचे आयकर विभाग की टीम के सभी वाहन में बारात के स्टिकर लगे हुए थे, किसी को शक न हो इसलिए इस रेड को बारात का रूप दिया गया। आयकर विभाग के ये कारनामा चर्चा बन गया है, फिलहाल सभी जगह कागजात खंगालने में टीम जुटी हुई है।
यहा चल रही कार्रवाई
सतना में मेहरोत्रा बिल्डकॉन के घर और कार्यालय, हुंडी दलाल रामु अग्रवाल के घर और होटल, सन्तोष गुप्ता की मिल, सुनील सेनानी बंधु के विट्स कॉलेज एवं पान मसाला दुकान, रामकुमार और सीताराम अग्रवाल के घर, टाल और प्लाई फैक्ट्री सहित कई जगह एक साथ कार्रवाई चल रही है। माना जा रहा है कि ये रीवा संभाग में इनकम टैक्स विभाग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। एक साथ इतने कारोबारियों पर कार्रवाई नहीं हुई।
जबलपुर, भोपाल और इंदौर के अधिकारी कर रहे जाँच
आयकर विभाग की इस बड़ी कार्रवाई में भोपाल, इंदौर और जबलपुर के अधिकारी भी शामिल हैं। हालांकि, विभाग के अधिकारियों ने अभी तक किसी भी जानकारी को साझा करने से इनकार किया है। रीवा संभाग में इसे अब तक की सबसे बड़ी जांच मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार, इस पूरी कार्रवाई का केंद्र रामा ग्रुप के नरेश गोयल को माना जा रहा है। नरेश गोयल की सतना के सितपुरा और उत्तराखंड में प्लाईवुड फैक्ट्री के अलावा रायपुर में टीएमटी सरिया का प्लांट भी है। उनके साथ जुड़े अन्य कारोबारी भी इस जांच के दायरे में आए हैं, जिन्हें उनके व्यावसायिक साझेदार बताया जा रहा है। अधिकारी इन परिसरों में गहन तलाशी लेकर संभावित अनियमितताओं की जांच कर रहे हैं।
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