
तहसीलदार, पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में तोड़े गए गेट, बाउंड्री वॉल और ऑफिस
जबलपुर (जयलोक)।बरगी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्रीन वैली फार्मलैंड के नाम से दर्जनों लोगों को बेवकूफ बनाकर फर्जीवाड़ा करने वाले अर्थ डेवलपर एंड बिल्डर के प्रोपराइटर नीरज ललित प्रताप सिंह पर प्रशासन ने योजना बंद तरीके से झपट्टा मारा है। दर्जनों लोगों का पैसा खाने वाला आरोपी जेल में बंद है। नियम विरुद्ध तरीके से और शासकीय भूमि में किए गए अतिक्रमण और जबरिया निर्माण को आज प्रशासन की जेसीबी के पंजे ने जमींदोज कर दिया है।
तहसीलदार प्रदीप तिवारी के नेतृत्व में यह कार्यवाही आज अल सुबह की गई। कार्यवाही के दौरान बरगी थाने के पुलिस अधिकारी जवान और राजस्व विभाग अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। जाँच उपरांत यह पाया गया था कि बिल्डर द्वारा उटपटांग तरीके से भूमि का विक्रय कर दर्जनों लोगों को ठगा गया है। इसके साथ ही शासकीय भूमि पर भी अवैध रूप से निर्माण किया गया था।
इस मामले में दर्जनों लोगों ने जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना के समक्ष बिल्डर के फर्जीवाड़े की शिकायत की थी। इसके बाद कलेक्टर ने एसडीएम जबलपुर अभिषेक सिंह को कार्यवाही कर जाँच करने के निर्देश दिये। एसडीम ने तहसीलदार प्रदीप तिवारी आरआई, पटवारी की टीम को मौके पर पहले जाँच करने भेजा था। प्रथम दृष्टया फर्जीवाड़ा पाए जाने पर एसडीएम अभिषेक सिंह भी मौके पर पहुँच गए और हर बिंदु पर बारीकी से जाँच की। जाँच में यह पाया गया कि आरोपी बिल्डर के द्वारा तकरीबन 25 लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया है और इनकी संख्या और अधिक भी हो सकती है। यह भी पाया गया था कि आरोपी बिल्डर के द्वारा सरकारी भूमि पर भी अवैध रूप से कब्जा किया गया है और निर्माण किया गया है। जाँच के बाद पूरी रिपोर्ट कलेक्टर दीपक सक्सेना तक पहुँची।

जेल में बंद है बिल्डर
अक्सर ऐसे मामलों में धोखाधड़ी करने वाले बिल्डर मामला दर्ज होने की भनक लगने से पहले ही फरार हो जाते हैं। इसलिए प्रशासन ने योजना बनाकर कार्यवाही को अंजाम दिया था। आरोपी बिल्डर नीरज ललित प्रताप सिंह को फरार होने का अवसर नहीं मिला और उसे मामला दर्ज होते ही ट्रेस कर पकड़ लिया गया। वर्तमान में वह केंद्रीय जेल में बंद है।
ये निर्माण तोड़ा जा रहा
बरगी क्षेत्र के ग्राम जोगीढाना और हर्रई में आरोपी बिल्डर के द्वारा सरकारी भूमि में बनाए गए गेट बाउंड्री वॉल, सडक़ निर्माण, ऑफिस और गार्डन के अवैध कब्जे को तोडऩे की कार्यवाही की जा रही है।

किसी के पास अनुबंध किसी के पास रजिस्ट्री
इस मामले में शिकायतकर्ताओं ने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुँच कर बताया था कि बिल्डरों के द्वारा जो ब्रोशर फार्म लैंड विक्रय करते समय दिए गए थे उसमें इस बात का उल्लेख था की पक्की सडक़, बिजली, पानी, स्विमिंग पूल, मंदिर, गार्डन और कम्युनिटी हॉल सब कुछ बिल्डर द्वारा बना कर दिया जाएगा। लोगों ने इसे अच्छा निवेश का प्रोजेक्ट मानते हुए अपने जीवन भर की कमाई की राशि इसमें लगा दी और फार्म लैंड बुक कर लिए। कुछ लोगों के पास बिल्डर से किया हुआ केवल अनुबंध है कुछ लोगों के पास रजिस्ट्री है और कुछ लोगों की रजिस्ट्री नहीं हो पाई थी। जिनकी रजिस्ट्री है उनके नामांतरण नहीं हो पाए हैं जबकि कुछ लोग केवल चुकता नामा लेकर ही अपनी शिकायत के साथ इधर से उधर भटक रहे थे। कुछ अभी भी भटक रहे है।
इनका कहना है
इस प्रकरण में दर्ज मामले के बाद हुई जांच में यह स्पष्ट हुआ था कि आरोपी बिल्डर द्वारा शासकीय भूमि पर भी अवैध निर्माण किया गया है साथ ही नियम विरुद्ध तरीके से कार्य कर भूमि का क्रय-विक्रय और निर्माण किया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जा रही है।
प्रदीप तिवारी,
तहसीलदार जबलपुर
Author: Jai Lok







