जबलपुर (जयलोक)। ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया में आज सुबह जबर्दस्त धमाका हुआ, यहां बम में बारूद भरने के दौरान ब्लास्ट होने की वजह से एक दर्जन से अधिक कर्मचारी इसकी चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गए। वहीं दो कर्मचारी की मौत हो गई। इन सभी कर्मचारियों को निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है जिनमें से चार कर्मचारियों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
जबलपुर में भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की एक बड़ी फैक्ट्री है, जिसे ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया के नाम से जाना जाता है, इस फैक्ट्री में सेना के उपयोग में आने वाले कई हथियार बनाए जाते हैं। यहीं पर लड़ाकू विमान और युद्ध टैंकों के लिए बम बनाए जाते हैं। इन बमों को बनाने के लिए खाली सेल के अंदर बारूद भरनी होती है और इस बारूद में जरा से घर्षण में ही आग लग जाती है, जो धमाके का कारण बनता है, आए दिन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में ऐसी घटनाएं घटती रहती हैं।
एफ-6 भवन के पास मिला एक कर्मचारी का शव
धमाके की आवाज सुनकर जब सभी कर्मचारी और अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे तो उन्हें वहां धुआं ही धुआ दिखाई दिया। भवन काफी क्षतिग्रस्त हो चुका था। वहीं एक दर्जन से अधिक कर्मचारी घायल अवस्था में भवन के मलबे के मलबे में मिले। जिन्हें आनन फानन में खमरिया अस्पताल भेजा गया। वहीं एक कर्मचारी इलेक्जेंडर का शव भवन के पास ही पाया गया।
5 किमी दूर तक सुनाई दी आवाजें
ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में सोमवार सुबह एफ -6 क्षेत्र में 1000 पाअंडर बम के यूनिट में ब्लास्ट हो गया। इस ब्लास्ट में 13 लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आई है। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि ब्लास्ट में इस यूनिट की पूरी बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं ब्लास्ट होने की आवाजें फैक्ट्री के पाँच किलोमीटर के दायरे तक गूंजी।
एफ-6 में हुआ हादसा
कर्मचारियों का कहना है कि यह हादसा खमरिया की एफ-6 सेक्सन में हुआ है। फिलिंग सेक्सन में आज रोज की तरह काम चल रहा था तभी अचानक सुबह 10.15 बजे यह धमाका हुआ। धमाका किन कारणों से हुआ यह तो पता नहीं चल सका। लेकिन घायल कर्मचारियों की हालत और भवन की हालत देखकर यह समझ आ रहा था कि ब्लास्ट काफी तेज था। कर्मचारी नेता अनिल गुप्ता का कहना है कि हाईड्रॉलिक सिस्टम में अचानक ब्लास्ट हो गया।
फैक्ट्र्री अधिकारी पहुँचे
सूचना मिलते ही फैक्ट्री अधिकारी तुरंत पहुँचे और उन्होंने घायल और मृतक कर्मचारियों के बारे में जानकारी ली। वहीं हादसे की जानकारी मिलते ही सांसद आशीष दुबे और केंट विधायक अशोक रोहाणी भी खमरिया अस्पताल पहुँचे। ब्लास्ट कैसे हुआ किसकी लापरवाही से हुआ इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
आसपास रहने वालों को लगा भूकंप आया
फैक्ट्री में हुआ ब्लास्ट इतना जोरदार था कि पाँच कलोमीटर के दायरे में इसकी आवाज सुनी गई। वहीं 5 किमी दायरे में रहने वाले लोगों ने कहा कि सुबह ऐसा लगा कि जैसे भूकंप आया हो। लोग अपने अपने घरों से बाहर निकल आए। बाद में लोगों को पता चला कि फैक्ट्री में विस्फोट हुआ है। मानेगांव, चंपानगर, नानक नगर तक ब्लॉस्ट की आवाजों के साथ कंपन महसूस की गई।
पहले भी हो चुके हादसे
इस तरह के हादसे पूर्व में भी हो चुके हैं जिसमें कई लोगों की जानें जा चुकी हैं तो वहीं कई लोग घायल हो चुके हैं। इस मामले में कर्मचारियों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही का आरोप लगाया तो वहीं काम का दबाव का भी आरोप लगाया था।
