जबलपुर (जय लोक)
पहली बार विधायक बने बरगी विधानसभा क्षेत्र के विधायक नीरज सिंह ने अपने क्षेत्र की दो बड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए और हजारों किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने के लिए दो बड़े निर्णय लिए हैं। इन दो बड़े स्ट्रोक के कारण बरगी विधानसभा क्षेत्र के 103 गांव के 72 हजार किसानों को भविष्य में सीधे रूप से इसका लाभ मिलेगा। वहीं निकट भविष्य में विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बेहद ही धीमी गति से चलने वाले सीमांकन के कार्यों को गति मिल सकेगी। क्योंकि विधायक नीरज सिंह ने अपनी विधायक निधि के पहले खर्च के रूप में टीएसएम मशीन / रोवर मिशन क्रय करने का पत्र कलेक्टर दीपक सक्सेना को सौंपा है। 7-8 लाख की लागत से आने वाली यह मशीन आधुनिक सुविधाओं से लैस है इसकी यह खासियत है कि अगर 1 पॉइंट सेट कर आधार बनाकर नाप किया जाए तो यह 15 मिनट में पूरा गांव भी नाप सकती है। इस मशीन के आ जाने से बरगी विधानसभा क्षेत्र के उन किसानों को बहुत राहत मिलेगी जो सीमांकन के कार्य के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटते रहते हैं। या फिर निजी नाप करने वालों के हाथों लुटने मजबूर है।
अपने इन दोनों प्रमुख निर्णय के संबंध में विधायक नीरज सिंह ने ‘जय लोक’ से चर्चा करते हुए बताया कि बरगी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 20-25 साल पहले जब बायें तट नहर का विस्तार हुआ जिससे यह आशा जगी थी कि विधानसभा क्षेत्र के किसानों के लिए खेती लाभ का धंधा होगी। लेकिन बरगी, तिलवारा, चरगवां, क्षेत्र में इतनी बुरी स्थिति हो गई कि यहां पर गर्मी में तो पीने के पानी के संकट की कल्पना नहीं की जा सकती है। विधायक नीरज सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक श्रीमती प्रतिभा सिंह ने भी राज्य शासन से पत्राचार किया था। इसके बाद कांग्रेस के विधायक ने भी पत्र भेजे थे। लेकिन यह योजना आगे नहीं बढ़ पा रही थी। नीरज सिंह ने बताया कि रानी अवंती बाई की जयंती के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में भले ही हमारे मुख्यमंत्री कुछ विलंब से पहुंचे थे लेकिन उन्होंने यह आश्वासन दिया था कि वह बरगी विधानसभा के अंतर्गत आने वाले आदिवासी बाहुल्य 103 गांव को बड़ी राहत देंगे। अपने वादे के अनुरूप चुनाव खत्म होते ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस कार्य को प्राथमिकता में रखा और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के माध्यम से इस बड़ादेव सूक्ष्म उद्ववहन योजना की पूरी कार्य योजना की डीपीआर तैयार की गई। विधायक नीरज सिंह ने बताया कि अधिकारियों के साथ वे इस पूरे क्षेत्र में भ्रमण पर गए और वस्तुस्थिति के अनुसार योजना बनाने पर पूरी कार्ययोजना तैयार हुई।
यह विभाग सीधे मुख्यमंत्री के अधीन है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने संवेदनशीलता प्रदर्शित करते हुए तत्काल इस योजना को स्वीकृति प्रदान की एवं विगत 10 जुलाई को हुई कैबिनेट बैठक में इस कार्य के लिए निविदा को आमंत्रित करने की स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई है। विधायक नीरज सिंह ने कहा कि आने वाले 5 सालों में 103 गांव के लगभग 72000 किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
बढ़ सकती है निर्माण लागत
विधायक नीरज सिंह ने ‘जय लोक’ को बताया कि इस पूरी परियोजना की लागत डीपीआर बनाते वक्त 600 करोड़ के आसपास अनुमानित थी। लेकिन अब यह कार्य जलसंसाधन विभाग के माध्यम से पूर्ण होने जा रहा है । इस कार्य की योजना इसकी डिज़ाइन आदि में अगर समय के अनुरूप कुछ बदलाव होंगे तो इस बड़े और महत्वपूर्ण विकास कार्य की लागत और बढ़ भी सकती है।
28000 हेक्टेयर जमीन अब होगी सिंचित
विधायक नीरज सिंह ने बताया कि 600 करोड़ की बड़ादेव सूक्ष्म उद्ववहन योजना की निविदा आमंत्रण को केबिनेट की स्वीकृति मिल चुकी है। जल्द ही इस दिशा में कार्य आगे बढ़ जायेगा। बड़ादेव संयुक्त माइक्रो सिंचाई परियोजना से 103 गांवों के 72000 किसानों की 28000 हेक्टेयर जमीन अब सिंचित हो सकेगी। यह बरगी विधानसभा क्षेत्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण उपलब्धि है। नीरज सिंह के कहा कि बड़ादेव संयुक्त माइक्रो सिंचाई परियोजना बरगी के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।