Download Our App

Home » जबलपुर » बिना बजट कैसे बनेगा डेयरी साइंस कालेज, प्रदेश सरकार के बजट में राशि का आवंटन नहीं

बिना बजट कैसे बनेगा डेयरी साइंस कालेज, प्रदेश सरकार के बजट में राशि का आवंटन नहीं

जबलपुर (जयलोक)। इस बर्ष के बजट में जबलपुर डेयरी साइंस कालेज हेतु कोई भी बजट आवंटित नहीं किया गया है। इस कालेज हेतु आवश्यक राशि का उल्लेख न तो वेटरीनरी यूनिवर्सिटी के बजट में न ही पी.डब्ल्यू डी. के बजट में है। जिससे भवन निर्माण आदि कार्य शुरू हो सके। चिन्ता का विषय है कि आने वाले सप्लमेंटरी बजट में भी राशि आवंटित होगी, यह भी निश्चित नहीं है।
डॉ. पी.जी. नाजपांडे ने विधायक अशोक रोहाणी तथा विधायक लखन घनघोरिया को पत्र भेजकर निवेदन किया कि पिछले 5 वर्षो में सरकार के पास लंबित पड़ा हुआ डी.पी.आर. के मंजूरी हेतु आवश्यक कदम उठाकर आने वाले सप्लीमेंटरी बजट में उसे आवश्यक राशियां प्राप्त हो, इस दिशा में पी.डब्ल्यु.डी. मंत्री राकेश सिंह तथा वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा से चर्चा करें।
पशुपालन मंत्री की घोषणा कागजी- नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच, भारतीय वरिष्ठ नागरिक संघ, महिला समिति, सीनियर सिटीजन वेल्फेयर संघ ने बताया कि डेयरी साइंस कालेज जबलपुर में यह 26 नवम्बर 2024 को पशुपालन मंत्री श्री लखन पटेल द्वारा की गई घोषणा केवल कागजी थी, इसके बाद उन्होंने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। बैठक में डॉ. पी.जी. नाजपांडे, रजत भार्गव, टी.के. रायघटक, डी.के.सिंह, सुभाष चन्द्रा, सुशीला कनौजिया, एड. वेदप्रकाश अधौलिया, एड. जी.एस. सोनकर, संतोष श्रीवास्तव, हरजीवन विश्वकर्मा, दिलीप कुंडे, लखनलाल प्रजापति, अर्जुन कुमार, यूए गोटिया, डीआर लखेरा, माया कुशवाहा, उमा दाहिया आदि उपस्थित थे।

 

75 करोड़ तक पहुँच सकता धान घोटाला, प्रदेश शासन के निर्देश पर कलेक्टर सख्त

 

नगर निगम के हिस्से की 500 सौ करोड़ की जमीन 20 करोड़ में संजय पाठक के परिजनों के नाम!

 

 

Jai Lok
Author: Jai Lok

Leave a Comment

RELATED LATEST NEWS

Home » जबलपुर » बिना बजट कैसे बनेगा डेयरी साइंस कालेज, प्रदेश सरकार के बजट में राशि का आवंटन नहीं
best news portal development company in india

Top Headlines

नाटक का मंचन कल शाम सत्यरंग प्रेक्षालय में माधव श्री कृष्ण के जीवन की एक दिल को छू लेने वाला पुर्नकथन..कल देखेंगे बच्चे

जबलपुर (जय लोक) शहर के अग्रणी स्कूलों में शामिल सत्य प्रकाश पब्लिक स्कूल लगातार अपने यहां पढऩे वाले बच्चों को

Live Cricket