जबलपुर (जय लोक)
शहर के एक पत्रकार की मेहनत ने टे्रन में बिछड़ी एक बुजुर्ग महिला को सात दिनों बाद आखिर उसके परिवार तक पहुँचा दिया। दरअसल यह बुजुर्ग महिला अपने पोते के साथ ट्रेन पर बैठकर गुजरात के लिए निकली थी, लेकिन ट्रेन जैसे ही मदन महल स्टेशन पहुंची तो उनका पोता पानी लेने के लिए ट्रेन से उतरा, बुजुर्ग महिला दौलती बाई भी पोते के पीछे-पीछे ट्रेन से नीचे उतरी गई। कुछ ही पलों में ट्रेन प्लेटफार्म से चलने लगी तो पोता दूसरे दरवाजे से ट्रेन में चढ़ गया लेकिन बुजुर्ग महिला दौलती बाई स्टेशन पर ही रह गई और वह ट्रेन छूट गई। इसके बाद बुजुर्ग महिला भटकती हुई सैनिक सोसायटी इलाके में पहुंची जहां से उन्हें वाजना मठ स्थित वृद्ध आश्रम पहुंचा गया। वृद्ध आश्रम से इसकी सूचना शहर के युवा पत्रकार सुनील सेन को दी गई सुनील सेन ने कड़ी मेहनत करते हुए पहले तो बुजुर्ग महिला से बात करने की कोशिश की लेकिन भाषाई दिक्कत आने के कारण वह उनकी भाषा समझ नहीं पाए। बातचीत के दौरान सिकंदरा के एक शब्द से बुजुर्ग महिला के घर के पते का सुराग हासिल हुआ। इसके बाद सुनील सेन ने सिकंदरा थाने में संपर्क किया लेकिन वहां की पुलिस टालमटोल करती रही, सुनील ने जमुई जिले के पुलिस अधीक्षक का नंबर हासिल कर उन्हें पूरी कहानी सुनाई, इसके बाद एसपी ने तुरंत कार्यवाही करते हुए कुछ ही पलों में बुजुर्ग महिला दौलती बाई के परिजनों को ढूंढ निकाला और उन्हें सुनील सेन का नंबर दे दिया।
चंद ही पलों में परिजनों ने फोन पर संपर्क किया और वे बिहार से बुजुर्ग महिला दौलती बाई को लेने के लिए शहर पहुंचे। कई दिनों के बाद एक दूसरे को सामने पाकर बुजुर्ग महिला और उनके परिजनों की आंखें छल छला उठी।