सामने आया वीडियो-हिन्दू संगठन के नेताओं ने भाजपा नेता और उसके साथी को गाली देकर धक्के मार कर थाने से भगाया
जबलपुर (जयलोक)। दो दिन पहले शहर के रांझी थाना अंतर्गत धर्मांतरण का एक बड़ा मामला सामने आया था जिसे लेकर बहुत बवाल हुआ था। इस पूरे घटनाक्रम में एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। सोशल मीडिया पर जारी हुआ एक वीडियो नए हंगामे का कारण बन गया है। इस वीडियो में हिंदू संगठन के पदाधिकारी भाजपा के पूर्व नगर महामंत्री, मंडल अध्यक्ष और वर्तमान विधायक प्रतिनिधि को बीजेपी और ईसाई समुदाय का दलाल कहकर थाने से भगाते नजर आ रहे हैं। सूत्रों ने इस बात की भी जानकारी दी है कि वहां उपस्थित लोगों ने यह बताया कि इस भाजपा नेता और इसके साथ आए उसके साथी की पिटाई भी हुई है और उन्हें गाली देकर वहां से भगाया गया है।
मंडला से आई बसों में आदिवासी समाज के लोग बहुत बड़ी संख्या में थे और उसमें कुछ ईसाई समुदाय के वह लोग भी थे जिन पर पहले धर्मांतरण करवाने के आरोप लग चुके हैं। बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद आदि से जुड़े पदाधिकारीयों को जब इस बात की जानकारी लगी तो उन्होंने उस वक्त बस का पीछा करते हुए उसे रांझी बड़ा पत्थर क्षेत्र में रोक लिया। पूरा मामला थाने पहुँच गया। हिंदू संगठन के लोग यह माँग कर रहे थे कि बस में सवार सभी लोगों के परिचय पत्र की जाँच हो और जो लोग ईसाई समुदाय के हैं उनकी भूमिका की जाँच हो। बस में सवार वरिष्ठ ईसाई समुदाय के लोगों पर धर्मांतरण करने का आरोप लगाया गया। इसी दौरान एक भाजपा के स्थानीय नेता जो वर्तमान में विधायक प्रतिनिधि भी हैं और वे भाजपा के जिले में नगर महामंत्री और मंडल अध्यक्ष भी रह चुके हैं, वे अपने एक साथी सोनू के साथ जो की पूर्व में जिला भाजपा कार्य समिति का सदस्य रह चुका है, यह दोनों थाने पहुँचे और वह हिंदू संगठन की कार्यवाही को गलत बताने लगे। इसी मुद्दे को लेकर माहौल एकाएक गरमा गया।
सूत्रों के अनुसार पूर्व नगर महामंत्री, मंडल अध्यक्ष और वर्तमान में विधायक प्रतिनिधि प्रदीप माइकल कपूर अपने एक साथी सोनू वर्मा जो कि शराब कारोबार से जुड़ा हुआ है और पूर्व में जिला भाजपा का कार्य समिति सदस्य भी रह चुका है उसको लेकर धर्मांतरण के मामले में चल रहे हंगामा के दौरान रांझी थाने पहुँच गए।
तत्काल कैसे मिली जानकारी
हिंदू संगठन के जुड़े लोगों का कहना है कि आखिर यह कैसा नेटवर्क कार्य कर रहा है कि धर्मांतरण के आरोप और संदेह में रोकी गई बस को जैसे ही थाने में ले जाकर रुकवाया गया और अधिकारियों से उनके परिचय पत्र जांच करने की माँग की जा रही थी, बस इसी दौरान प्रदीप माइकल कपूर और उनके सहयोगी सोनू तत्काल थाने कैसे पहुँच गए। जबकि उस दौरान केवल चुनिंदा लोगों को ही इस संबंध में जानकारी थी।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा नेता और उनके सहयोगियों ने हिंदू संगठन के लोगों पर अनावश्यक रूप से बवाल करने और हंगामा मचाने का आरोप लगाया। संगठन के पदाधिकारियों ने उन्हें सारे तथ्यों से अवगत कराया लेकिन जब वह अपनी बातों पर अड़े रहे तो फिर कुछ पदाधिकारी भडक़ गए। इसके बाद उन्हें ईसाई समुदाय और भाजपा का दलाल बताकर गाली गलौज के साथ वहां से भगा दिया गया। सूत्रों के अनुसार इस दौरान उनके साथ मामूली रूप से हाथापाई भी हुई और धक्का मुक्की भी की गई।
इस पूरे मामले पर किसी भी हिंदू संगठन की ओर से अधिकृत रूप से बात नहीं की गई है लेकिन नाम न छापने की शर्त पर हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने पूरे घटनाक्रम की पुष्टि कर दी है। इससे संबंधित एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें स्पष्ट रूप से इस पूरे घटनाक्रम को देखा जा सकता है।
