जबलपुर (जयलोक)
बदलते मौसम और बारिश के रुकने से जहाँ जनजीवन प्रभावित हुआ है तो वहीं मच्छरों को भी पनपे का मौका मिल गया है। बारिश थमने के बाद मच्छरजनित रोगों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। जिसमें डेंगू और मलेरिया से पीडि़त मरीजों के मामले अब सामने लगातार आ रहे हैं। पिछले 15 दिनों की बात की जाए तो डेंगू के 53 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं एक मरीज की मौत हो चुकी है। डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों को जागरूक रहने के निर्देश दिए हैं। मृतक युवक के परिवार के अनुसार, डेंगू के संदिग्ध लक्षण दिखने पर उसे पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य में सुधार ना होने पर उसे दूसरे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां सोमवार को उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
अस्पतालों में बढ़ रहे मरीज
शहर के शासकीय अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों में भी डेंगू और मलेरिया से पीडि़त मरीजों के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले 15 दिनों में मलेरिया विभाग ने 53 नए डेंगू के मरीजों को दर्ज किया है। सरकारी अस्पतालों के मुकाबले निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या अधिक पाई जा रही है। इसके साथ ही चिकनगुनिया और मलेरिया के नए मरीज भी जांच में सामने आ रहे हैं।
डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए शहरवासी भी परेशान है। इस मामले में शहरवासियों ने नगर निगम पर आरोप भी लगाए हैं। उनका कहना है कि नगर निगम मच्छरों से बचाव के नाम पर दवा का छिडक़ाव तो कर रहा है लेकिन यह दवा नहीं बल्कि धुआं है जो हवा में उड़ जाता है। मलेरिया विभाग की ओर से मृतक के घर के आसपास सर्वेक्षण और लार्वा विनिष्टीकरण की कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, नगर निगम द्वारा जलभराव और गंदगी हटाने तथा दवा छिडक़ाव की कमी को लेकर लोगों में भारी रोष है।
नगर निगम कर रहा दवा छिडक़ाव का दावा
इधर नगर निगम प्रतिदिन शहर में दवा छिडक़ाव का दावा कर रहा है। नगर निगम की ओर से प्रतिदिन के दवा छिडक़ाव के फोटो भी जारी किए जा रहे हैं। लेकिन शहरवासियों का कहना है कि दवा का छिडक़ाव पूरे शहर में नहीं बल्कि कुछ जगहों तक सीमित है। इसके अलावा दवा का छिडक़ाव घरों के बाहर नाले नालियों में किए जाने से मच्छर घरों में घुस रहे हैं।
