
जबलपुर (जयलोक)। हनुमानताल थाना अंतर्गत सिंधी कैम्प में कल शाम हुए सडक़ हादसे में नगर निगम के टैंकर चालक पर लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा था लेकिन इसका एक वीडियो सामने आया जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा है कि लापरवाही दोनों नाबालिगों और उनके परिजनों की है। परिजनों ने जहां कम उम्र में अपने बच्चों के हाथों में वाहन पकड़ा दिया। तो वहीं दोनों बालक बिना सोचे समझे सडक़ पर तेज रफ्तार से वाहन दौड़ा रहे थे। जिन्होंने तो पहले एक महिला को टक्कर मारकर घायल कर दिया फिर फिसलकर सडक़ पर जा गिरे। जिसका एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया जिसमें दोनों नाबालिगों की गलती सामने आ गई।
पुलिस द्वारा हमेशा से ही यातायात नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है वहीं नाबालिगों के हाथों में वाहन थमाने वाले वाहन मालिक पर कार्रवाही की जाती है। शहर में पूर्व में ऐसे कई हादसे हो चुके हैं जिनमें नाबालिग वाहन चालकों की वजह से या तो नाबालिग चालक की जान पर बन आई या फिर राह चलते लोगों को गंभीर चोटें पहुँची या उनकी मौत हो गई।
अब ताजा मामला सिंधी कैम्प में सामने आया है। यहाँ 12 और 13 साल के दो नाबालिग बच्चे सडक़ पर इस तरह से वाहन दौड़ा रहे थे जैसे वे किसी रेस में शामिल हों। बताया जा रहा है कि वाहन 13 साल का बच्चा चला रहा था जिसने पहले तो सडक़ किनारे जा रही एक महिला को जोरदार टक्कर मारी उसके बाद सडक़ पर गिर गया इतना ही नहीं वह काफी दूर तक वाहन सहित फिसलता गया। इसी बीच पीछे से आ रहे टैंकर चालक ने अचानक बे्रक लगा दिया, जिससे उनकी जान बच सकी। हालांकि टैंकर में अचानक से बे्रक लगाने से टैंकर के पहिए भी सडक़ पर फिसलते हुए वाहन पर चढ़ गए। दोनों बच्चों को पैर में चोटें पहुँची हैं और दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऐसे में मामलों में वाहन मालिक के खिलाफ भी कार्रवाही की जानी चाहिए जो इतनी कम उम्र में अपने बच्चों को वाहन देकर उनकी और दूसरों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। वहीं इस मामले में एएसपी सोनाली दुबे का कहना है कि नाबालिग वाहन चालकों को वाहन देना एक बड़ी लापरवाही है। ऐसे में वाहन मालिक के खिलाफ कार्रवाही की जाती है। इस मामले में भी वाहन मालिक के खिलाफ कार्रवाही की जाएगी।

सीसीटीवी में कैद हुआ हादसा
शुरू में इस मामले में टैंकर चालक की लापरवाही की बात कही जा रही थी लेकिन आज इसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया जिसमें यह साफ देखा जा सकता है कि नाबालिग वाहन चालक किस तरह से तेज गति से लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए इस हादसे को अंजाम दे रहे हैं। स्कूली चला रहे बच्चे का नाम आशु चौधरी 13 वर्ष है। वहीं पीछे बैठे बालक का नाम आर्यन चौधरी है। इस मामले में कांगे्रस नेता विजय रजक ने भी लोगों से आग्रह किया है कि नाबालिग बच्चों को वाहन ना दें। इससे बच्चों के साथ राह चलते लोगों की भी जान को खतरा रहता है।
इनका कहना है
नाबालिग बच्चों को वाहन देना काफी गंभीर बात है। यदि कोई नाबालिग वाहन चलाते हुए पाया गया तो वाहन मालिक पर कार्रवाही की जाएगी। कल हुए हादसे में भी वाहन मालिक पर कार्रवाही होगी।
सोनाली दुबे, एएसपी

गीता हमें हर परिस्थिति का सामना मुस्कुराते हुए करना सिखाती है

Author: Jai Lok
