डीआरएम को जानकारी जल्द भेजेगी पुलिस
जबलपुर(जय लोक)। 3 साल के मासूम बच्चे प्रणीत अग्रवाल की जान लेने वाले और उसके माता पिता को गंभीर रूप से घायल करने वाले डीआरएम ऑफिस के सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन विभाग क्षेत्र में पदस्थ इंजीनियर विजेंद्र गंगेले को रेलवे विभाग ने निलंबित कर दिया है। आने वाले समय में पुलिस द्वारा जो कार्रवाई की जाएगी उसके द्वारा जो रिपोर्ट रेलवे विभाग को सौपीं जाएगी उसके आधार पर रेल विभाग भी अपनी नियमावली के अनुसार कर्मचारी के खिलाफ आगे की कार्रवाई संपादित करेगा। सीनियर डीसीएम मधुर वर्मा ने उक्त संबंध में जय लोक से चर्चा करते हुए बताया कि रेलवे नियम के मुताबिक कोई कर्मचारी जेल चला जाता है तो उसे डीम्ड सस्पेंशन माना जाता है। इसके बाद कोर्ट और पुलिस की ओर से जो कार्रवाही के जो भी दस्तावेज रेलवे विभाग के पास आते हैं उसी आधार पर रेलवे भी अपनी आगे की कार्रवाही करता है। ऐसे में मामलों में रेलवे सर्विस कंडक्ट रूल और डिसीप्लीन एंड अपील रूलस के तहत कर्मचारी पर कार्रवाही की जाती है।
इस घटना के बाद आरोपी कि हरकत को लेकर हर ओर आक्रोश है । पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया था जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया है। लेकिन पीड़ित पक्ष के कथन के अनुसार पुलिस ने वैसी गंभीर धारायें नहीं लगाई है। जिसके लिए लोग लगातार माँग कर रहे है। एक हंसते खेलते परिवार की खुशी छीनने वाले रेलवे कर्मचारी विजयंत गंगेले पर विभागीय कार्रवाही भी की गई है। उसके खिलाफ रेलवे सर्विस कंडक्ट नियम और डिसीप्लीन एंड अपील नियम के तहत कार्रवाही की जा रही है। विजयंत गंगेले ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए एक तीन साल के मासूम बच्चे की जान ले ली। फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। दूसरी ओर रेलवे विभाग भी विजयंत गंगेले पर कार्रवाही की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी गई है। पुलिस ने फिलहाल आरोपी पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। उसके खिलाफ हत्या ओर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज करने कि माँग लगातार जोर पकड़ रही है क्योकि आरोपी ने घायल पिता की हाथ जोड़ कर वाहन रोकने की गुहार को भी अनसुना कर दिया था और जान लेने के उद्देश्य से भागने के चक्क्र में बच्चे के ऊपर से गाड़ी निकल दी थी जिसके कारन उसकी जान चली गई और दम्पति घायल हो गए।
