जबलपुर (जयलोक)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत विद्यासागर भवन पहुँचे, जहां उन्होंने आचार्य समय सागर महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर मुख्य न्यायाधीश ने आचार्य समय सागर महाराज के सान्निध्य में एक घंटे से अधिक समय तक विविध विषयों पर संवाद किया। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि न्याय प्रक्रिया में मानवीय पक्ष को सदैव महत्व दिया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने महिला शिक्षा की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे समाज की दिशा और दशा दोनों बदलती है। मुख्य न्यायाधीश को जानकारी दी गई कि जैन समाज महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जबलपुर सहित विभिन्न शहरों में प्रतिभास्थली बालिका विद्यापीठ संचालित कर रहा है। साथ ही पूर्णायु में छात्राओं के लिए एक आयुर्वेद महाविद्यालय की भी स्थापना की गई है। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए आचार्य विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद और समय सागर महाराज के निर्देशन में चलचरखा एवं हथकरघा प्रकल्प चलाए जा रहे हैं। इन प्रकल्पों ने डिंडोरी सहित ग्रामीण क्षेत्रों में आदिवासी समाज के पलायन को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और महिलाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार भी उपलब्ध कराया है। चर्चा के दौरान यह भी बताया गया कि विद्यासागर भवन परिसर में महिलाओं के लिए एकभव्य छात्रावास का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जिसका शुभारंभ शीघ्र किया जाएगा।
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