
जबलपुर (जयलोक)। मेडिकल अस्पताल की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या करने वाले जूनियर डॉक्टर की परेशानी का पता लगाने में जुटी पुलिस के सामने कई बातें आ रही हैं। हालांकि पुलिस अधिकारी इस बात को सार्वजनिक तौर पर नहीं बता रहे हैं लेकिन कहा जा रहा है कि मामला प्रेम प्रसंग का भी हो सकता है। आत्महत्या के पूर्व जूनियर डॉक्टर ने अपने परिजनों और दोस्तों को भी मैसेज किए थे। पुलिस उसके परिजनों और दोस्तों से इस मामले में पूछताछ कर रही है। वहीं मृतक जूनियर डॉक्टर के शव का पीएम कराया गया जिसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है।
नेताजी सुभाष चंद्र मेडिकल अस्पताल में प्रथम वर्ष के छात्र शिवांस गुप्ता की आत्महत्या की गुत्थी उलझी हुई है। पहले तो इस मामले को रैगिंग से भी जोडक़र देखा जा रहा था। फिर पारिवारिक परेशानी की बात सामने आई और अब किसी युवती का नाम सामने आ रहा है। हालांकि पुलिस इस संबंध में कुछ भी कहने से बच रही है। गढ़ा थाना प्रभारी प्रसन्न कुमार का कहना है कि पुलिस हर बिंदू पर जाँच कर रही है। परिवार और दोस्तों से पूछताछ के बाद ही स्पष्ट कारणों तक पहुँचा जा सकता है।
पुलिस को यह भी पता चला है कि बुधवार रात को शिवांश अपने दोस्तों के साथ बाहर गया था। सुबह सभी दोस्त कॉलेज चले गए लेकिन शिवांस हॉस्टल में ही था। उसने हॉस्टल से ही पिता और दोस्तों को मैसेज किया। जिसके बाद उसके पिता और दोस्तों ने उसे फोन भी किया लेकिन उसने किसी का फोन नहीं उठाया।
कुछ दिनों से था परेशान
पुलिस को पूछताछ में शिवांश के दोस्तों ने बताया है कि शिवांश कुछ दिनों से परेशान चल रहा था। परेशानी का कारण वह किसी को नहीं बताता था। हमेशा उदास और गुमसुम ही रहता था। तनाव से जूझ रहे शिवांश ने दोस्तों के साथ भी दूरियाँ बना ली थीं। उसके दोस्तों का कहना है कि यह किसी को नहीं पता था कि शिवांश इस तरह का कदम उठा लेगा।

प्रेम प्रसंग भी हो सकती है वजह
आत्महत्या के कारणों में प्रेम प्रसंग भी एक वजह हो सकती है। शुरू में रैगिंग की बात की भी चर्चाएं उठी। वहीं अब प्रेम प्रसंग की बात कही जा रही है। इस मामले में सीएसपी एचआर पांडे ने भी प्रेम प्रसंग की बात को लेकर आशंका जाहिर की है। अगर ऐसा है तो पुलिस अब उस युवती के बारे में जानकारी हासिल कर उस तक पहुँचने की कोशिश करेगी।
इनका कहना है
शिवांश की आत्महत्या मामले में हर पहलू पर जाँच की जा रही है। अब तक यह पता नहीं चल सका है कि उसकी परेशानी का कारण क्या था।
प्रसन्न कुमार, गढ़ा थाना प्रभारी


Author: Jai Lok
