जबलपुर (जयलोक)
कटंगी निवासी अंकित सेंगर ने दावा किया कि उन्होंने एक किराना दुकान से खरीदी गई मैगी नूडल्स में जिंदा कीड़े पाए। पैकेजिंग डेट मई 2024 और एक्सपाइरी डेट जनवरी 2025 होने के बावजूद नूडल्स में कीड़े निकल आए। अंकित ने इस मामले की शिकायत नेशनल कंज्यूमर फोरम में की, जहां से फूड सेफ्टी ऑफिसर की टीम ने जांच शुरू की। शिकायत पर राष्ट्रीय फोरम के निर्देश पर जिला फूड सेफ्टी ऑफिसर की टीम अंकित सेंगर के घर पहुँची और कीड़े लगी मैगी को जप्त किया गया।
जिसमें पतंजलि सेंटर, मैगी के होलसेल डीलर और नेस्ले को नोटिस जारी किया। सैंपल की जांच के लिए भोपाल की लैब में भेजा गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अंकित सेंगर का आरोप है कि कीड़े वाली मैगी खाने के बाद उसे और उसके बच्चों को पेट दर्द की शिकायत हो रही है। इसके अलावा, ग्राहक ने 8 सितंबर को नेशनल कंज्यूमर फोरम की हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन कंपनी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
2015 में मैगी पर लगी थी बंदिश
यह घटना 2015 की याद दिलाती है जब मैगी पर तय लिमिट से ज्यादा केमिकल होने के कारण पूरे देश में 6 महीने का बैन लगा था। नवंबर 2015 में बैन हटा दिया गया था। इस साल अप्रैल में, नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रिड्रेसल कमीशन ने नेस्ले के पक्ष में सरकार की याचिका खारिज की थी, जिसमें कंपनी से 284.55 करोड़ रुपये का मुआवजा और 355.41 करोड़ रुपये का हर्जाना माँगा गया था।