आक्रोशित लोगों ने किया चरहाई फिर कोतवाली थाने में जाम, हत्यारे वाहन चालक को जल्द पकडऩे की पुलिस से माँग
जबलपुर (जयलोक)। एक रईसजादे सिल्वर कलर के स्कॉर्पियो वाहन चालक की हैवानियत ने एक पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया। पहले तो स्कार्पियो चालक ने दो पहिया वाहन में सवार पति-पत्नी और उसके बच्चे को पीछे से टक्कर मारी। बच्चा जब उछलकर नीचे गिरा और लोगों ने वाहन चालक को रोकने का प्रयास किया तो मानवता दिखाने के बजाय हैवान बने वाहन चालक ने दोबारा दंपति पर और उनके बच्चे पर जबरदस्ती गाड़ी चढ़ाते हुए वहां से भाग निकला। वाहन चालक की हैवानियत का शिकार वह मासूम बच्चा हुआ जो कार के चके के नीचे आ गया और दुनिया देखने से पहले ही इस दुनिया को अलविदा कर चला गया। वाहन का नंबर और जानकारी मिलने के बाद भी पुलिस 12 घंटे तक हत्यारे वाहन चालक को नहीं पकड़ पाई जिसके कारण लोगों में आक्रोश भडक़ गया। आक्रोशित लोगों ने चरहाई में चक्का जाम कर दिया। इसके बाद कोतवाली सीएसपी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुँचे और 2 घंटे के अंदर आरोपी को पकडऩे का आश्वासन दिया।
यह घटना मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात करीब 9 .40 बजे उखरी से वापस लौट रहे स्कूटी में सवार दंपत्ति के साथ घटित हुई है। दंपति के साथ उनका ढाई साल का मासूम बच्चा भी मौजूद था।
तेज रफ्तार वाहन ने इतनी तेज टक्कर मारी कि उनकी गोद में बैठा हुआ ढाई साल का बच्चा 15 फीट ऊपर तक उछल गया। इंसानियत मानवता छोड़ हैवान बन वाहन चालक ने टक्कर मारने के बाद कुछ सेकेंड के लिए वाहन रोका और फिर भागने के प्रयास में दोबारा इनके ऊपर जबरदस्ती वाहन चढ़ा दिया। टक्कर लगने के बाद बच्चा उछलकर नीचे गिरने के बाद गाड़ी के नीचे आ गया था। आसपास के लोग और उसके माँ-बाप जब तक उसे गाड़ी के नीचे से निकाल पाते वाहन चालक ने दोबारा उस पर गाड़ी चला दी जिसके कारण बच्चों के शरीर की काफी हड्डियाँ टूट गईं। वाहन में चालक के अलावा एक महिला भी सवार थी। घटनास्थल से करीब 10 फीट दूर बच्चा सडक़ किनारे पड़ा हुआ था। घायल माता-पिता बच्चे को लेकर विजय नगर स्थित एक निजी अस्पताल पहुँचे जहाँ डॉ.राहुल अग्रवाल और अन्य डॉक्टर्स की टीम ने 2 घंटे तक बच्चे को बचाने का बहुत प्रयास किया।
जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना जबलपुर के कोतवाली थाना अंतर्गत उखरी चौक की है। पीडि़त दंपत्ति की शिकायत पर पुलिस ने सिल्वर स्कॉर्पियो क्रमांक रूक्क20ष्ट्र4438 के चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वाहन किसी महिला ने नाम पर रजिस्टर्ड है और उसको कोई युवक चला रहा था।
मूलत: तमरहाई निवासी सौरभ अग्रवाल पत्नी सुरभि अग्रवाल और ढाई साल के बच्चे प्रणीत के साथ विजय नगर चौपाटी से लौट रहे थे। उसी दौरान यह हादसा हुआ। जैसे ही गाड़ी उखरी चौक के पास पहुँची तभी पीछे से तेज रफ्तार गाड़ी ने उन्हें इतनी जोरदार टक्कर मारी कि बच्चा सौरभ के हाथों से छूटकर 15 फीट तक हवा में उछला और फिर सडक़ किनारे जमीन में जा गिरा। सौरभ ने बताया कि जिस गाड़ी से हादसा हुआ है, वह स्कार्पियो गाड़ी थी। टक्कर मारने के बाद ड्राइवर स्कूटी के ऊपर से गाड़ी चढ़ाते हुए भाग निकला। सौरभ अग्रवाल थोक चूड़ी के व्यापारी हैं। सौरभ के अनुसार उनका दो पहिया वाहन 20 से 30 की रफ्तार से चल रहा था। तभी पीछे से वाहन चालक ने जोरदार टक्कर मारी और बच्चा हाथ से छूट गया। इसके बाद ड्राइवर ने गाड़ी रोकी और हमारी स्कूटी को रौंदता हुआ वहां से चला गया। सौरभ ने बताया कि वह संभवत: बड़ी गाड़ी थी, जिसका नंबर रूक्क20ष्ट्र 4438 है। हासदे में ढाई साल के बच्चे की मौत हो गई जबकि सुरभि के दोनों पैर और सौरभ के हाथ में चोट आई हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली थाने के स्टाफ ने मौके पर पहुँचकर अब वाहन नंबर के आधार पर उसकी तलाश शुरु कर दी है। वाहन रजिस्ट्रेशन के आधार पर विजयनगर में अपना बाजार के पास आरोपी के घर का पता लगने पर देर रात ही पुलिस आरोपी के घर पर दस्तक देने पहुँची थी लेकिन वहां सिर्फ महिलाएं मिली और आरोपी फरार था।
कोतवाली थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन
हत्यारे वाहन चालक की गिरफ्तारी न होने के कारण आक्रोशित लोगों ने परिजनों के साथ मिलकर मासूम बच्चे के शव के साथ कोतवाली थाने के सामने चक्का जाम कर दिया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने 12 घंटे में आरोपी को पकडऩे में कोई तत्परता नहीं दिखाई है। जानकारी मिलने पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुँच गए थे। पूर्व विधायक विनय सक्सेना, पूर्व नेता प्रतिपक्ष कमलेश अग्रवाल, राकेश अग्रवाल बड़ी संख्या में परिजनों के साथ मौके पर उपस्थित थे। बड़ी संख्या में महिलाएं भी चक्का जाम में शामिल थीं। आक्रोशित लोगों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।