
जबलपुर (जयलोक)@राकेश शुक्ला
केंद्रीय जेल जबलपुर में 376 के अपराध में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे दंडित बंदी रमेश कोल के फरार होने की कोशिश नाकाम रही। कटनी के सत्र न्यायालय द्वारा धारा 363, 366, 376(1) एवं पाक्सो एक्ट के तहत आजीवन कारावास की सजा काट रहे रमेश को 26 सितंबर 2024 को जेल के पश्चिमी खंड की बैरिक नं. 9 से गायब पाया गया।
सायंकाल 7: 45 बजे बंदियों की गिनती के दौरान सुरक्षाकर्मी सुरेंद्र तुरकर ने एक बंदी की अनुपस्थिति दर्ज की। तत्काल खंडाधिकारी को सूचना दी गई, जिसके बाद जेलर प्रशासन ने अलार्म बजाकर पश्चिमी खंड सहित जेल परिसर की सघन तलाशी कराई। रात 1 बजे तक चली इस तलाशी के दौरान बंदी का कोई सुराग नहीं मिला। प्रात: काल 8 बजे गहन तलाशी अभियान के दौरान जेल के अंदर स्थित तालाब के अंदर छिप गये बंदी रमेश को ढूंढ लिया गया। प्रशासन की सर्तकता और तेजी से की गई तलाशी के कारण वह जेल से भागने में असफल रहा। इस घटना में प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए गए दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।
2013 से है बंद- जेलर मदन कमलेश ने बताया कि कैदी 376 के मामले में 2013 से जेल में बंद था। जिसके छूटने की उम्मीद नहीं थी। इस कारण उसने भागने की योजना बनाई। बीती रात जब कैदियोंं को लॉकअप में बंद किया जा रहा था तभी कैदी मौका पाकर नई जेल की ओर भाग गया। इधर कैदियोंं की संख्या कम मिलने पर जेल प्रशासन भी अलर्ट हो गया। जेल पुलिस द्वारा रात भर कैदी की तलाश की गई। इसी बीच सुबह कैदी झाडिय़ों में छुपा मिला।
रातभर झाडिय़ों में छुपा रहा- जेल प्रबंधन ने बताया कि कैदी जेल से बाहर निकलने के बाद रातभर झाडिय़ों में छुपा रहा। इधर कैदी की तलाश में जेल पुलिस भी लगातार जेल परिसर में गश्त कर रही थी। इसी बीच सुबह 8 बजे तालाब के पास कैदी झाडिय़ों के पास छुपा दिखाई दिया। जिसेे जेल सिपाहियोंं ने दबोच लिया। जेल प्रबंधन की ओर से कैदी के खिलाफ सिविल लाईन थाने में शिकायत दर्ज कराई है।


Author: Jai Lok
