जबलपुर (जयलोक)। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत भारत सरकार ने मध्य प्रदेश के जबलपुर सहित भोपाल इंदौर उज्जैन सागर ग्वालियर और देवास को इस कार्यक्रम के अंतर्गत शामिल किया है। भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छ वायु सुधार कार्यक्रम के तहत चयनित किए गए शहरों में वायु गुणवत्ता की निगरानी प्रणाली की स्थापना के कार्य किए जाएंगे। उत्सर्जन नियंत्रण उपायों को लागू करने के साथ ही जन जागरूकता और आम जनता की भागीदारी को बढ़ावा देने के प्रयास भी किए जाएंगे।
प्रवर्तन तंत्र को मजबूत करने के साथ ही राष्ट्रीय राज्य शहर के स्तर पर किए जा रहे प्रयासों का समन्वय बनाने के कार्य भी किए जाएंगे। इस बात के भी प्रयास होंगे कि वाहनों से होने वाले प्रदूषण को काम करने के लिए कदम उठाए जाएं। भविष्य में बीएस 4 से बीएस 5 ईंधन मानकों में बदलाव भी किया जा सकेंगे। सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के भी प्रयास होंगे और चयनित शहरों में इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक बसों की शुरुआत भी की जाएगी। एलपीजी सीएनजी और एथेनॉल जैसे स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल बढ़ाया जाएगा। सडक़ों के भी सुधार कार्यक्रम की योजना बनाई जाएगी। भारत सरकार ने 2026 तक शहरों में पार्टिकुलेट मटर की सघनता में 40 प्रतिशत की कमी का नया लक्ष्य रखा है।
प्रदेश के सिंगरौली मंडीदीप एवं पीथमपुर जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स निर्धारित मानक सीमा से अधिक है में वायु गुणवत्ता में सुधार हेतु राज्य स्तर पर पूर्ण कार्य योजना बनाई जाएगी जिससे पर्यावरण एवं नगरी प्रशासन विभाग पांच अन्य विभाग जिम खाद्य लोक निर्माण कृषि एवं औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन विभाग के माध्यम से इस कार्य योजना को तैयार किया जाएगा।
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