
गैंग के लिए वित्तीय लेनदेन करता था, रकम इक_ा कर सदस्यों को पहुंचाता था
नई दिल्ली। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय सदस्य अमित शर्मा उर्फ जैक पंडित को अमेरिका से गिरफ्तार किया है। अमित शर्मा लंबे समय से विदेश में छिपा था और भारत में दर्ज कई गंभीर अपराधों में फरार चल रहा था। एजीटीएफ टीम फिलहाल उसे भारत लाने की प्रक्रिया में जुटी है। एजीटीएफ के मुताबिक अमित शर्मा ने विदेश में रहकर गैंग की आपराधिक गतिविधियों की योजना बनाई। वह गैंग के लिए वित्तीय लेनदेन का संचालन भी करता था, जिसमें उगाही की रकम विदेशों में इक_ा कर गैंग के सदस्यों तक पहुंचाना शामिल था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत से भागे हुए गैंगस्टरों के लिए शरण, पैसे और फर्जी दस्तावेजों की व्यवस्था करना भी अमित का काम था। विशेष रूप से रोहित गोदारा के भारत से भागने के बाद उसे विदेश में शरण दिलाने का जिम्मा अमित शर्मा ने ही संभाला था। एडीजी क्राइम दिनेश एमएन ने बताया कि अमित शर्मा मूलरूप से श्रीगंगानगर के मटीली राठआन का रहने वाला है। साल 2021 में वह दुबई भाग गया और फिर स्पेन और अन्य देशों से होते हुए डंकी रूट से अमेरिका पहुंचा।
रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर क्राइम ब्रांच ने रेड कॉर्नर नोटिस और अन्य दस्तावेज अमेरिकी एजेंसी को भेजे, जिसके बाद अमेरिकी पुलिस ने उसके ठिकानों का पता लगाकर अमित शर्मा को गिरफ्तार किया। विदेश भागने के बाद अमित ने कई नाम बदले। गैंग में उसे जैक, सुल्तान, डॉक्टर, पंडितजी और अर्पित नामों से जाना जाता था। इसके बावजूद गैंग के अन्य सदस्य कभी भी उसके असली नाम को उजागर नहीं होने देते थे।
दिनेश एम एन ने बताया कि अमित शर्मा का मुख्य काम गैंग के लिए वित्तीय व्यवस्था करना था। वह विदेश में जमा रकम को कई माध्यमों से गैंग के सदस्यों तक पहुंचाता था, उनके लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करवाता और शरण का प्रबंध करता था। अमित शर्मा ने रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ के लिए हवाला और मनी ट्रांजैक्शन के जरिये विदेश में राशि भेजी। इन पैसों से गैंग हथियार खरीदता और ड्रग्स के कारोबार में भी सक्रिय था। जांच में पता चला कि अमित शर्मा लगातार रोहित गोदारा और वीरेंद्र चरण उर्फ गोल्डी बराड़ के संपर्क में था। वह उनके लिए विदेश में शरण, फाइनेंस और अपराध की योजनाओं का संचालन करता था। इसके अलावा वह ड्रग्स और हथियारों के कारोबार में भी सक्रिय था। 29 अप्रैल 2022 को श्रीगंगानगर में अमोद कुमार भगत के घर पर फिरौती के लिए फायरिंग। अमित शर्मा ने लॉरेंस बिश्नोई के निर्देश पर यह घटना करवाई। 26 जनवरी 2022 को पुरानी आबादी में अवैध पिस्तौल और कारतूस बरामद। यह हथियार अमित शर्मा ने उपलब्ध कराए थे। वहीं जनवरी 2024 में उम्मीद कुमार से 6 पिस्टल और 84 कारतूस बरामद हुए। ये हथियार अमित और उसके गांव के योगेश स्वामी ने दिए थे।
रिपोर्ट के मुताबिक अमित शर्मा, अनमोल बिश्नोई और आरजू बिश्नोई ने मिलकर सुनील शर्मा की हत्या करवाने का प्रयास भी किया था। दिनेश एम एन ने बताया कि अमित शर्मा के खिलाफ पहले से ही रेड कॉर्नर नोटिस जारी था और अब उसे भारत लाकर विस्तृत पूछताछ की जाएगी। गैंगस्टर अमित की गिरफ्तारी से लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को झटका लगा है।
Author: Jai Lok







